उचकागांव। व्हीएसआरएस संवाददाता: उचकागांव थाना क्षेत्र के डोरपुर गांव में मृत समझकर दाह-संस्कार होने के डेढ़ वर्ष बाद एक महिला के अपने घर पहुंचने का मामला सामने आया है। मामला क्षेत्र में चर्चा के विषय बना हुआ है।
बताया जा रहा है कि थाना क्षेत्र के डोरापुर गांव की एक महिला लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व अपने घर से निकाली और रहस्यमय ढंग से गायब हो गई। महिला जब घर नहीं पहुंची तो उसके स्वजन खोजबीन शुरू कर दिए।
काफी खोजबीन के बाद भी महिला का पता नहीं चला। इसी बीच महिला का फोटो और आधार कार्ड लेकर स्वजन उत्तर प्रदेश के भटनी थाना में बरामद मृतक महिला की पहचान करने पहुंचे। जहां भटनी थाने की पुलिस ने महिला का फोटो देखने के बाद हुबहू चेहरे की महिला का तालाब में डूब कर मृत हो जाने तथा शव को विद्युत शवदाह गृह में जला देने की बात बताई गई। इसके बाद स्वजन मायूस होकर रहस्यमय ढंग से गायब महिला की खोजबिन बंद कर दिए।
इसी बीच स्थानीय लोगों को हुबहू चेहरे वाली महिला की मौत की जानकारी हुई तो लोगों ने महिला का पुतला जलाकर उसका दास संस्कार तथा श्राद्ध कर्म करने का सुझाव दिया। इसके बाद सामाजिक लोक लाज के डर से स्वजन ने भटनी पुलिस द्वारा मृत घोषित महिला राम सखी देवी का पुतला बनाकर विधिवत दास संस्कार कर दिया।
दाह-संस्कार की प्रक्रिया के डेढ़ वर्ष बाद महिला घूमते-घूमते पूर्वी चंपारण जिले के कल्याणपुर पहुंच गई। जहां स्थानीय लोगों ने महिला को अपने देखरेख में रखते हुए उसके स्वजन की तलाश शुरू कर दिया। इसी दौरान महिला का फोटो उचकागांव थाने के निवर्तमान थानाध्यक्ष सुभाष सिंह के पास इंटरनेट मीडिया के माध्यम से भेजा गया। जिसके बाद उक्त महिला की स्थानीय चौकीदार के माध्यम से उसकी पहचान थाना क्षेत्र के डोरापुर गांव के स्व बच्चा राम की पत्नी रामसखी देवी के रूप में की गई।
इसके बाद उचकागांव पुलिस ने मृत घोषित हो चुकी महिला रामसखी देवी को पूर्वी चंपारण जिले के कल्याणपुर गांव से बरामद कर उसके स्वजन को सौंप दिया। गायब होने के डेढ़ वर्ष बाद अपने घर पहुंच कर अपने स्वजन को देखकर महिला का खुशी का ठिकाना नहीं है। इस दौरान मृत घोषित महिला का दाह-संस्कार के डेढ़ वर्ष बाद घर पहुंचने की घटना क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।