गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: गोपालगंज के सुप्रसिद्ध थावे भवानी के दरबार में देव दीपावली के अवसर पर भक्तों ने आस्था के दीप जलाकर मां के दरबार को जगमग किया। इस दौरान पूरा मंदिर परिसर आस्था के दीपों के रोशनी से जगमग हो उठा।
देव दीपावली के अवसर पर जगमग करती दीपों की रोशनी अलग ही छटा बिखेर रही थी। चंद्रमा की रोशनी के बीच दीयों की ज्योति माहौल को भक्तिमय बना रखा था। सैकड़ों की संख्या में पहुंचे भक्त उत्साह और भक्ति में लीन दिखे।
हर साल की भांति इस साल भी मां के दरबार में देव दीपावली मनाई गई। इस दौरान 5100 दीपों से पूरा मंदिर परिसर में आस्था की ज्योति जगाने के लिए सैकड़ों श्रद्धालु पहुंचे। वहीं विंध्याचल से पहुंचे मां विंध्यवासिनी के साधक डब्लू बाबा, मंदिर के मुख्य पुजारी पं.संजय पांडेय समेत कई ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रों से मां की आराधना करने के बाद मां के चरणों में अखंड दीप प्रज्वलित किया गया।
दीप जलाने के साथ ही भक्तों की तरफ से दीप दान करने का सिलसिला शुरू हुआ। सदर एसडीएम डॉ.प्रदीप कुमार, सीओ रजत बरनवाल, मंदिर समिति सदस्य के सदस्यों के अलावा कई अधिकारियों ने मां की गर्भ गृह में स्थित मां के चरणों में अखंड दीप जलाए। यूपी बिहार समेत कई जगहों से पहुंचे भक्तों ने मां से आशीर्वाद मांगा। मंदिर प्रशासन की तरफ से देव दीपावली के मौके पर भव्य तैयारी किया गया था।
मुख्य पुजारी पं.संजय पांडेय ने कहा कि प्रत्येक साल की भांति इस साल भी दे दीपावली मनाई जा रही है। 5100 दीपो से दीपोत्सव किया जा रहा है। अभी जिले के वरीय अधिकारी आकर मां के चरणों में दीप दान दे रहें हैं।
क्या है देव दीपावली की मान्यता
मान्यता है कि पूर्णिमा तिथि को त्रिपुर राक्षस के वध से प्रसन्न होकर देवता दीप जलाकर खुशी मनाए थे। इसी वजह से इस दिन को देव दीपावली के रूप से मनाया जाता है। जो भक्त आज देव दीपावली के अवसर पर सच्चे मन से थावे वाली मां के दरबार में दीप जलाकर पूजा अर्चना करता है।