गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने सोमवार को शिक्षक नियमावली के खिलाफ प्रतिरोध मार्च निकाला।सैकड़ो की संख्या में प्रतिरोध मार्च में शामिल शिक्षको ने शहर के विभिन्न मार्गो में भ्रमण कर सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए विरोध प्रदर्शन किया।
शिक्षक नियमावली को वापस लेने की मांग करते हुए जिलाधिकारी के समक्ष एक ज्ञापन सौंपा। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ ने पूर्व नियोजित कार्यक्रम के तहत जमशेद आलम व जिलाध्यक्ष सिवेंद्र कुमार के संयुक्त नेतृत्व में सोमवार को शहर के विभिन्न मार्गो में प्रतिरोध मार्च निकाला।
मार्च में शामिल सैकड़ो शिक्षक अपने हाथो में तख्ती लेकर शहर के मौनीया चौक, घोष मोड़ , अंबेडकर चौक व पोस्ट ऑफिस चौक होते हुए समाहरणालय पहुंचे। इस दौरान सारण निर्वाचन के एमएलसी अफाक अहमद भी शामिल हुए। वहीं शिक्षको का जुलूस समाहरणालय में पहुंच एक सभा में तब्दील हो गई। जबकि शिक्षको का एक प्रतिनिधि मंडल जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर से मिल कर अपनी मांग पत्र सौंपा।
इस दौरान एमएलसी अफाक अहमद ने कहा कि बिहार सरकार ने शिक्षकों के साथ विश्वासघात किया है। उसके बच्चों और उनके आने वाले भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। शिक्षक राज्य कर्मी वेतनमान की मांग कर रहे थे। अपना पेंशन की मांग कर रहे थे।
उस समय सरकार ने शिक्षकों को दिग्भ्रमित करने के लिए शिक्षक नियमावली 2023 खड़ा कर दिया। जो एक काला कानून है। बिहार सरकार के लागू किया गया नियमावली बिहार के हित में नहीं है। बिहार के दिशा और दशा के विपरीत है।
जो माहौल सरकार ने बनाया है। वह माहौल असंतुलित है। सरकार को चाहिए कि शिक्षक नियमावली 2023 वापस ले और शिक्षकों को खोया हुआ सम्मान वापस करें। उन्होंने कहा कि उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो आने वाले दिनों में इसे भी बड़ा आंदोलन किया करेंगे।