हथुआ।व्हीएसआरएस संवाददाता: स्थानीय प्रखंड के बरवा कपरपुरा पंचायत के वार्ड 13 में नल जल योजना की हकीकत को देखा जा सकता है। करीब दस लाख रुपया खर्च होने के बाद भी किसी भी घरों में नल से जल नहीं मिल रहा है।
जिससे ग्रामीणों में शासन प्रशासन के खिलाफ आक्रोश व्याप्त है। आक्रोशित ग्रामीणों ने इसकी लिखित शिकायत जिला पंचायती राज पदाधिकारी को दिया है। पंचायती राज पदाधिकारी को शिकायत मिलने के बाद इसपर संज्ञान लेते हुए हथुआ लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां तलब किया। जिसपर बाद की कारवाई शुरू हुई है।
लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने इस मामले को लेकर हथुआ बीडीओ को अपना दलील पेस करने को कहा। बीडीओ ने ग्राम पंचायत बरवा कपरपुरा के ग्राम सेवक रामशंकर राम से बरवा कपरपुरा में बन्द पड़े वार्ड 13 का समुचित रिपोर्ट मांगा। ग्राम सेवक ने बिना जांच किए प्रतिवेदन बीडीओ को दिया। बीडीओ ने चल रहे वाद में अपना पक्ष रखते हुए प्रतिवेदन समर्पित कर कहा कि सभी घरों को सप्लाई सुचारू रूप में मिल रही है। जबकि हकीकत यह है कि दो वर्षों में अबतक किसी भी घर में नल से जल नसीब नहीं हुआ।
ग्रामीण राजा यादव, बिंदु देवी, सुभाष यादव, छोटेलाल यादव, लाल बाबू प्रसाद, कृष्णा चौधरी, कुंती देवी, अजय प्रसाद, विनोद साह आदि ने बताया कि वार्ड 13 में बिना मानकता के नल जल योजना में कार्य करवाया गया है। कई घरों में नल भी नहीं लगाया गया है। नल का पाईप महज एक फुट गड़ढा खोदकर लगा दिया गया है। जिससे पाईप आज भी ऊपर दिखाई देता है।
यानी किसी भी घर में दो वर्षो में पानी नहीं मिला है। ग्राम सेवक के प्रतिवेदन की जांच करवाई जाएगी। आक्रोशित ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इस योजना का बन्दर बांट करने में ग्राम सेवक की भी मिलीभगत से इनकार नहीं किया जा सकता है।
ग्रामीणों ने कहा कि इसको लेकर कई बार स्थानीय अधिकारियों से संपर्क किया गया लेकिन नल जल की मरम्मती नहीं की गई। वैसे इस वाद की कारवाई आगामी 10 सितंबर को राखी गई है। देखना यह है कि क्या ग्रामीणों को न्याय मिल पाता है या शासन और प्रशासन मिलने वाले न्याय का गला घोंट देते है। यह समय ही बताएगा। लेकिन हकीकत से गुमराह करने वाले कर्मी पर जांच कर कार्रवाई होनी चाहिए।