- करीब दो तीन करोड़ का कारोबार हुआ है प्रभावित ।
मीरगंज।व्हीएसआरएस संवाददाता: समूचे जिले वासी इन दिनों भीषण गर्मी की चपेट में है। तीखी धूप और लू के कारण जनजीवन प्रभावित है। बदन झुलसा देने वाली धूप से हर तबका परेशान है। तपिश का असर बाजार में भी दिख रहा है। कारोबारियों में शोरुम और दुकानदार तो पंखे और कूलर की हवा से राहत महसूस कर रहे हैं और उनका थोड़ा कारोबार प्रभावित है लेकिन फुटपाथी दुकानदारों को तन और धन दोनों का नुकसान सहना पड़ रहा है।
मीरगंज शहर के मेन रोड, बाजार रोड, मिल रोड, हथुआ मोड़, मरछिया देवी चौक आदि स्थानों पर सैकड़ों की संख्या में फुटपाथी दुकानदार गर्म हवा और तीखी धूप के बीच दुकान लगाए बैठे हैं। हालांकि शादी-विवाह का सीजन होने के कारण शाम से रात तक बिक्री अच्छी हो जा रही है। हालांकि अन्य मौसम की तुलना में गर्मी ने कारोबार को काफी प्रभावित किया है| करीब दो से तीन करोड़ का कारोबार कम हो रहा है|
झुलसा देने वाली तपिश और लू के कहर से लोग सुबह 10 से शाम को सूरज ढलने तक घरों में दुबके बैठे रह रहे हैं। जिन बाजारों की सड़कों पर दिनभर खरीदारों की भीड़ लगी रहती थी वहां सन्नाटा पसरा रहने लगा है। इसका सीधा आसार कारोबार पर पड़ रहा है।
मीरगंज शहर में रेडीमेड कपड़े की चलाने वाले रंजीत केसरी कहते हैं कि इस भीषण गर्मी ने बिक्री पर बुरा असर डाला है। सारा दिन खाली बैठकर ग्राहकों की राह देखना पड़ रहा हैं। आजकल केवल शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक ही दुकानदारी हो रही है।
सड़कें सूनी रहने से ऑटो और रिक्शेवालों को सवारियों के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। ई-रिक्शा चलाने वाले मुकेश कुमार कहते हैं कि बढ़ते तापमान के चलते लोग घरों में दुबके बैठे रह रहे हैं। सारा धंधा ठंडा पड़ गया है। आजकल चार्जिंग की लागत भी नहीं निकल पा रही है।
चिलचिलाती गर्मी का असर औद्योगिक क्षेत्र पर भी पड़ रहा है। मीरगंज में अट्टा मिल उद्योग से जुड़े भोलू कुमार कहते हैं कि बढ़ते तापमान का उत्पादन पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। थोड़ी-थोड़ी देर में पसीने से लथपथ कर्मी काम छोड़कर बैठ जाते हैं।
श्रमिकों की कार्यक्षमता घटने के कारण उत्पादन में औसतन 30 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। वहीं सभी प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष खर्च पहले जैसे ही हैं। उल्टा बिजली की खपत बढ़ गयी है और उत्पादन कम हो रहा है। इस कारण लागत बढ़ रही है।