- 6 मसालों से बनी नींबू की सबसे सस्ती चाय को लेकर चर्चा में रहता है दुकान।
मीरगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: मीरगंज में 25 साल पहले रोजी रोटी के लिए भाग्य आजमाने आए राजेंद्र प्रसाद ने चाय के दम पर अपने परिवार को फर्श से अर्श पर पहुंचा दिया। सिर्फ चाय की कमाई से उन्होंने अपने बेटे को अधिवक्ता बना दिया वही उनकी बेटी फिलहाल स्नातक की पढ़ाई कर रही है।
शहर के शिव शक्ति चौक पर स्थित उनकी चाय की दुकान सिर्फ नींबू के चाय के लिए ही नहीं बल्कि सबसे सस्ते चाय के लिए चर्चित है। ठंडा, गर्मी या बरसात में शायद ही कोई ऐसा दिन आया हो जब उनकी दुकान बंद रही हो। यहां तक कि कोरोना काल में भी उन्होंने अपने जायकेदार चाय से लोगों की सेवा की।
अब चाहे स्थानीय निवासी हो या बस से होकर जाने वाले यात्री यदि शहर के शिव शक्ति पर चौक पर रुकते हैं तो उनके चाय का स्वाद लेना नहीं भूलते। रोजगार की खोज में सिवान से आए 55 वर्षीय राजेंद्र प्रसाद बताते हैं कि रोजी-रोटी की तलाश में वे करीब 25 साल पहले मीरगंज आए थे तथा नींबू के चाय बेचने का धंधा शुरू किया था जो आज तक अनवरत चलता आ रहा है। इस बीच कई परेशानियां आई पर उनका चाय का धंधा बदस्तूर चलता रहा।
6 मसालों से बनने वाली नींबू की चाय बेचते हैं मात्र ₹5 में, सिर्फ 5 घंटे रोजाना की होती है सेवा।
अपनी चाय की खासियत बताते हुए राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि उनकी नीबू के जायकेदार चाय मे छ: मसालों का इस्तेमाल किया जाता है। बढ़ती कीमतों के बावजूद उन्होंने करीब सात सालों से अपनी चाय का दाम मात्र ₹5 ही तय कर रखा है। उन्होंने बताया कि उनके चाय के तलबगारों मे श्रमिक से लेकर अधिकारी तक है।
कुछ लोग तो ऐसे हैं जो करीब 10 साल से अधिक समय से नियमित रूप से आकर उनकी चाय पीते हैं। ठेले पर चलने वाली उनकी दुकान की विशेषता यह भी है कि उनकी चाय की दुकान सुबह 4:00 बजे से शुरू होती है और मात्र पांच घंटे चलकर सुबह 9:00 बजे बंद हो जाती है।
वे बताते हैं कि इस चाय के बदौलत ही उन्होंने अपने बच्चों को ना सिर्फ परवरिश किया बल्कि बेहतर शिक्षा भी दिया। गम सिर्फ इस बात का है कि उनको एक अदद सा आशियाना अब तक हासिल नहीं हो सका।