- मामले का जांच जिला मुख्यालय की उपाधीक्षक ज्योति कुमारी को
मीरगंज।व्हीएसआरएस संवाददाता: मीरगंज थाने में पदस्थापित एक पुलिस पदाधिकारी के द्वारा एक अनुसूचित जाति की नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म का प्रयास करने का मामला प्रकाश में आते हैं पूरे पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया।
घटना शनिवार की देर शाम की बताई जाती है। मामले में बताया जाता है कि आरोपी पुलिस पदाधिकारी के घर पर खाना बनाने आई एक नाबालिग बच्ची को अकेला पाकर उसकी नियत खराब हो गई और उसने उसे अपनी हवस का शिकार बना लिया।
मामले में बताया जाता है कि उक्त पुलिस पदाधिकारी थाने में हाल ही में पोस्टेड हुआ है और थाने के परिसर में ही बने आवास में रहता है। उसके आवास में एक गरीब अनुसूचित जाति की महिला उसके यहां खाना बनाने रोजाना आते थी, शनिवार को उसका तबीयत खराब हो जाने के कारण उसने अपनी बच्ची को खाना बनाने के लिए भेज दिया। बच्ची जब खाना बनाकर वापस जा रहे थे तभी दरिंदे ने उसे दबोच लिया और कुकर्म कर डाला। इसके बाद रोती बिलखती बच्ची अपने घर पहुंची और अपने मां पिता को वारदात की जानकारी दी।
थाने में सुबह आकर बेहोश हो गई थी पीड़िता की मां:
घटना रात्रि में होने के कारण पीड़ित बच्ची की मां रात्रि में ना आकर सुबह ही थाने पहुंच गई और थानाध्यक्ष के आवास के सामने रो रो कर अपनी व्यथा कहने लगी पर इस दौरान किसी पुलिस वाले ने थाने में उसकी फरियाद सुनने की कोशिश नहीं की। इस दौरान महिला रो-रोकर थाने परिसर में ही बेहोश हो गई।
इसके बाद आखिरकार थानाध्यक्ष उससे मिले और करवाई की संभावना दी। घटना की सूचना पूरे शहर में आग की तरह फैल गई थी पर इस मामले में बार-बार फोन करने के बावजूद स्थानीय थाने का कोई पुलिस पदाधिकारी कुछ भी कहने को तैयार नहीं था।
गुपचुप ढंग से परिवार को थाने में रखा गया दिन भर:
इस बीच पीड़ित परिवार को स्थानीय पुलिस के द्वारा मामले की पोल खुलने के डर से दिनभर थाने परिसर में रखा गया। आखिरकार वरीय पदाधिकारियों के हस्तक्षेप पर मामले की गंभीरता को देखते हुए बच्ची को जिला अस्पताल ले जाकर मेडिकल कराया गया। और थाने परिसर से ही आरोपी पुलिस पदाधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया।
हथुआ एसडीपीओ नरेश कुमार ने बताया कि अश्लील हरकत करने तथा गलत काम करने के प्रयास के आरोप में पाक्सो एक्ट तथा अन्य सुसंगत धाराओं के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले की जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है।