मीरगंज।व्हीएसआरएस संवाददाता: गुरु का स्थान शास्त्रों में भगवान से भी बड़ा बताया गया है क्योंकि गुरु अपने शिष्यों को शिक्षा देने के साथ-साथ सामाजिक रूप से सक्षम और वर्तमान में चल रहे बाधाओं से लड़ने की कौशल और भविष्य सदैव बेहतर करने के लिए प्रेरित करते रहते हैं।
इन्हीं सब कारणों से गुरु का स्थान शायद कोई नहीं ले सकता है। यह सब बात कहते हुए मीरगंज स्थित महावीरी सरस्वती शिशु मंदिर की प्रधानाध्यापिका सुनीता राय ने गुरु दक्षिणा कार्यक्रम में आयोजित अपने संबोधन में उपस्थित छात्र-छात्राओं से कहीं। वही आचार्या सरोज सिंह ने कहा कि वैसे तो प्रथम गुरु मां को माना जाता है जो उन्हें चलना, फिरना, बोलना ,पढ़ना सिखाती है पर इसके पश्चात गुरु ही ऐसा व्यक्ति है जो सदैव अपने शिष्य को सफल,श्रेष्ठ और सफलता के शिखर पर देखना चाहता है।
शनिवार को विद्यालय प्रांगण में आयोजित श्री गुरु पूर्णिमा उत्सव एवं महर्षि वेदव्यास जयंती का शुभारंभ प्रधानाध्यापिका सुनीता राय और आचार्या सरोज सिंह ,सुरुचि वर्मा, अनीता देवी, प्रियंका देवी आदि की उपस्थिति में मां सरस्वती एवं भारत माता की तस्वीर को सामने मंगल दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर विद्यालय के छात्र -छात्राओं समेत स्थानीय लोगो ने श्रद्धा, समर्पण एवं हर्षोल्लास के वातावरण में गुरु पूर्णिमा उत्सव मनाया गया।
हर वर्ष होने वाले इस कार्यक्रम में आज प्रातःकाल वंदना स्थल पर पुष्प, प्रसाद, पूजन सामग्री एवं दान राशि के साथ सभी विद्यार्थियों को नव उल्लास एवं ऊर्जा से परिपूर्ण हो कर आदर्श उपस्थिति के साथ गुरु सत्ता को समर्पित अध्यात्मिक व्याख्यानों ने वातावरण को कुछ समय के लिए अध्यात्मिक बना दिया। बढ़ते भौतिकतावादी समय में आज के परिप्रेक्ष्य में गुरु शिष्य परंपरा पर काफी विशद चर्चा हुई और वक्ताओं ने विभिन्न प्रेरक प्रसंगों के माध्यम से श्री गुरु पूर्णिमा उत्सव के बारे में सारगर्भित जानकारियां दी।