हथुआ।व्हीएसआरएस संवाददाता: – पोषण के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए हथुआ आईसीडीएस कार्यालय में शुक्रवार को पोषण परामर्श केंद्र की स्थापना की गयी। सीडीपीओ रंजना कुमारी ने फीता काटकर पोषण परामर्श केंद्र की उद्घाटन किया।
मौके पर सीडीपीओ रंजना कुमारी ने कहा कि स्वस्थ शरीर से ही स्वस्थ मानसिकता का निर्माण होता है और बच्चों का स्वस्थ सेहत का भी निर्माण होता है। इसीलिए बेहतर समाज के निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि इस पीढ़ी को अच्छा पोषण मिले और वह सुरक्षित रहे। सभी माताओं का यह दायित्व है कि बच्चों में कुपोषण की समस्या को दूर करने के लिए साफ सफाई पर ध्यान दें, नियमित रूप से खाने से पहले व खाने के बाद अच्छी तरह से हाथ धोया जाए एवं शौचालय करने के बाद हाथ पैर धोया जाय। इसी उद्देश्य के लिए बालविकास परियोजना कार्यालय पर पोषण परामर्श केंद्र बनाया गया है। साथ ही जनता के बीच जागरूकता फैलाने के लिए जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है।
उन्होंने बताया कि कुपोषण की समस्या तभी दूर हो सकती है जब बच्चों को स्वच्छता के बारे में बताया जाएगा। इसको ध्यान में रखते हुए परामर्श केंद्र की स्थापना की गयी है। पूरे महीने तक इस परामर्श केंद्र का संचालन किया जायेगा।
इस मौके पर कार्यालय प्रधान सहायक अरमान मिया,प्रखंड समन्वयक रिंकी कुमारी, परियोजना सहायक राजू कुमार, कार्यपालन सहायक रविशंकर कुमार महिला परवेक्षिका सीमा कुमारी,स्वेता कुमारी,सुप्रिया कुमारी,मंजू रानी गुप्ता नन्हें पाण्डें समेत अन्य मौजूद थे।
कार्यक्रम के दौरान सीडीपीओ ने सभी सेविकाओं व अन्य कर्मियों को कुपोषण को दूर करने व पोषण के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने की शपथ दिलाई। सभी कर्मियों ने शपथ ली कि पोषण के संदेश को जन-जन तक पहुंचेंगे और पोषण अभियान को जन आंदोलन के रूप में तब्दील करने में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे।
पांच सूत्रों से लगेगा कुपोषण पर लगाम सीडीपीओ ने बताया कि कुपोषण पर लगाम लगाने के लिए पोषण अभियान के तहत पांच सूत्र बताए गए हैं। पहले सुनहरे 1000 दिनों में तेजी से बच्चे का शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। जिसमें गर्भावस्था की अवधि से लेकर बच्चे के जन्म से दो साल तक की उम्र तक की अवधि शामिल है। इस दौरान बेहतर स्वास्थ्य, पर्याप्त पोषण, प्यार भरा एवं तनाव मुक्त माहौल तथा सही देखभाल बच्चों के पूर्ण विकास में सहयोगी होता है।