गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: उत्तरप्रदेश के बंटी-बबली के दिवाने हुए गोपालगंज के मुखियाजी को महंगा पड़ गया। मुंह सूंघते ही मुखियाजी के कांड का खुलासा हो गया और उन्हें गिरफ्तार होना पड़ा। दरअसल बिहार में शराबबंदी कानून लागू है। गोपालगंज में उत्पाद टीम ने विशेष छापेमारी अभियान चलाकर शराब के नशे में बड़हरा पंचायत के मुखिया बीरेश प्रसाद समेत 38 लोगों को गिरफ्तार किया है।
इनमें 13 तस्कर भी शामिल हैं। गिरफ्तार तस्करों के पास से भारी मात्रा में देसी और विदेशी शराब बरामद किया गया है। उत्पाद अधीक्षक अमृतेश कुमार ने मुखिया की शराब के नशे में गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उत्पाद अधिनियम के तहत सभी लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर उत्पाद स्पेशल कोर्ट में पेश किया गया।
उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि राज्य मुख्यालय के निर्देश पर एक दिन के अंतराल पर जिलाभर में नोडल रेड अभियान चलाया जाता है, इसके अंतर्गत सभी चेकपोस्ट के अलावा चौक-चौराहों पर विशेष छापेमारी की जाती है। उत्पाद टीम की छापेमारी में सोमवार की रात में गोपालपुर थाना क्षेत्र के सपहा गांव निवासी और कुचायकोट प्रखंड के बड़हरा पंचायत के मुखिया बीरेश प्रसाद को भी शराब के नशे में गिरफ्तार किया गया, जो यूपी से शराब का सेवन कर लौट रहें थे।
वहीं, 25 शराबियों के अलावा 13 तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि बलथरी चेकपोस्ट पर शराबियों की ब्रेथ एनालाइजर मशीन से जांच की जाती है, जिससे आसानी से शराबी पकड़े जाते हैं।
वहीं, वाहनों की जांच के लिए हैंड स्कैनर मशीन रखी गयी है, जिससे वाहनों के अलावा यात्रियों के बैग और अन्य सामानों की जांच की जाती है। उत्पाद टीम की इस कार्रवाई से शराब तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं, इस कार्रवाई के बाद यूपी से आनेवाली गाड़ियों की जांच में सख्ती बढ़ा दी गयी है।