गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: पटना में लगे रक्तदान महाकुंभ में मीरगंज शहर के औघड़दानी रक्तदान समिति समेत बिहार के 38 जिलों के निस्वार्थ सेवा करने वाले संस्थानों को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही रक्तदान को लेकर व्याप्त भ्रांतियों को दूर करने के उद्देश्य वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए।
रक्तदान जीवन बचाने वाला अनमोल दान
इस दौरान मीरगंज से मुकेश मदेशिया ने कहा कि रक्तदान जीवन बचाने वाला अनमोल दान है। किसी का जीवन बचाने से बड़ा कोई पुण्य का कार्य हो नहीं सकता। कार्यक्रम का आयोजन पटना में लगे रक्तदान महाकुंभ में किया गया।
रक्तदान को लेकर लोगों को जागरूक करने की जरूरत
छोटी पटन देवी के मुख्य पुजारी बाबा विवेक द्विवेदी ने कहा कि रक्तदान के प्रति जिस तरह से आज समाज में जागरूकता आई है। उससे कई लोगों को जीवन बचाने में हम सफल हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद भी अभी भी और जागरूकता की जरूरत है। वहीं निरामया ब्लड बैंक के डायरेक्टर डॉ राकेश रंजन ने बताया कि रक्तदान को लेकर चलाए जा रहे सरकारी कार्यक्रमों में सामाजिक भागीदारी को बढ़ाने का प्रयास हम सभी को सच्चे मन से करना होगा।
रक्तदान समय की जरूरत
औघड़दानी रक्तदान समिति मीरगंज के सम्मानित अतिथि वरिष्ठ सदस्य रितेश जैसवाल, कृष्णा सोनी, विशाल कुमार राकेश सोनी ने कहा कि रक्तदान समय की जरूरत है। अस्पतालों में खून की कमी के चलते यदि किसी व्यक्ति की मौत हो जाए, तो यह पूरे समाज के लिए एक अभिशाप है। हमें रक्तदान के प्रति समाज में और जागरूकता लानी चाहिए।
लंबे समय से रक्तदान के क्षेत्र में कार्य कर रही है समिति
आपको बताते चलें कि कोरोना महामारी के समय अपने जान के बगैर परवाह किए कई राज्यों में जाकर रक्तदान कर लोगो की जिंदगी बचाई। समिति को रक्तदान के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सम्मनित किया गया चुका है। गत दिनों पहले कड़ाके की ठंड में रक्तदान शिविर का अयोजन कर रक्त इक्कठा करना अपने आप में एक सराहनीय कार्य है।
पिछले सात वर्षो में तकरीबन अठारह सौ यूनिट रिकॉर्ड रक्त संग्रह कर कीर्तिमान बनाया है। औघड़दानी रक्तदान समिति लगातार सात वर्षों से शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में रक्तदान शिविर का आयोजन करवा रही है।