- गत वर्ष टेरर फंडिंग के आरोप में एनआईए ने जफर को किया था गिरफ्तार
मांझागढ़ । व्हीएसआरएस संवाददाता: बथुआ बलि टोला गांव के जुबैर की गिरफ्तारी के बाद एक बार पुनः साइबर अपराध के क्षेत्र में मांझागढ़ का नाम पूरे देश में प्रमुखता से लिया जा रहा है । ज्ञात हो कि मंगलवार को कर्नाटक की हुबली धारवाड़ की पुलिस में बथुआ के जुबैर अहमद को 62 लाख रुपये की धोखाधड़ी में गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई है ।
उसपर गत 30 जुलाई को कर्नाटक के व्यवसायी राधाकांत मिश्रा ने मामला दर्ज कराया था । जिसके बाद पुलिस की यह बड़ी कार्रवाई हुई है । ज्ञात हो कि पूर्व में स्थानीय थाना क्षेत्र के वृति टोला , दुलदुलिया , पथरा , भवानीगंज , जगरनाथा आदि गांवों से कई साइबर अपराधी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं । पथरा गांव में साइबर अपराध के मामले में कोलकाता , दिल्ली , मध्यप्रदेश , यूपी , राजस्थान , आंध्रप्रदेश , कर्नाटक सहित कई अन्य राज्यो की पुलिस लगातार छापेमारी करती रही है । यहां से दर्जन भर से अधिक साइबर अपराधी गिरफ्तार किए जा चुके हैं ।
7 दिसम्बर को एनआईए ने टेरर फंडिंग के आरोप में जफर अब्बास को किया था गिरफ्तार
गत वर्ष 7 दिसम्बर को एनआईए की टीम ने टेरर फंडिंग के आरोप में जफर अब्बास को गिरफ्तार कर अपने साथ ले गई थी । उसका टेरर फंडिंग के साथ कश्मीर के एक संगठन आजाद-ए-कश्मीर से जुड़ने की बात सामने आई थी ।
<span;>गिरफ्तारी के समय वह पुलिस से बचने के लिए डेढ़ घण्टे तक पानी में छिपा रहा था । वह 2017 में एक मामले में दिल्ली की तिहाड़ जेल में 29 दिनों तक बन्द रहा था । वह भोपाल से बीटेक कर रहा था । उसके पास से दो लैपटॉप , छह सिम , मोबाइल व अन्य सामान बरामद किया गया था । उसको गिरफ्तार करने के लिए एनआईए कि टीम तीन घण्टे तक गन्ने के खेत मे छुपी रही थी ।
किराए पर भोले भाले लोगों के खाते में मंगाई जाती है राशि
पुलिस का कहना है कि भोले भाले लोगों को साइबर अपराधी अपने जाल में फंसाकर रुपये का लालच देकर उनका खाता व एटीएम कार्ड ले लेते हैं इसके लिए उन्हें एक निर्धारित राशि दे दी जाती है । वहीं साइबर अपराधी उस खाते का उपयोग ठगी का राशि मंगाने के लिए करते हैं ।
साइबर अपराध में छात्र इमामुल की हुई थी हत्या
1 जुलाई 2015 को पथरा गांव के छात्र इमामुल की हत्या कर दी गई थी । इस मामले में पथरा गांव के ही साइबर अपराधियों पर हत्या का आरोप लगा था व उनकी गिरफ्तारी भी की गई थी । छात्र की हत्या के बाद उसे आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके शव को पेड़ से टांग दिया गया था । इस हत्या के बाद जमकर बवाल हुआ था ।