- छह साल से जमीन नहीं मिलने के कारण पेंडिंग थी योजना।
मीरगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: मीरगंज नगर परिषद की महत्वाकांक्षी योजना सम्राट अशोक भवन बनने की उम्मीद एक बार फिर जग गई है। यह योजना पिछले छह सालों से जमीन नहीं मिलने के कारण अधर में लटका हुआ था। योजना पूरी होने से शहर के नागरिकों को लाभ मिलेगा।
वित्तीय वर्ष 2014-15 में ही राज्य के 50 नगर निकायों में उक्त भवन का निर्माण कराने की मंजूरी मिली थी। जिसमें मीरगंज नगर परिषद भी शामिल था।
भवन निर्माण के लिए करीब एक करोड़ 39 लाख रुपए खर्च की योजना है लेकिन, छह सालों से योजना पेंडिंग है इसलिए इसका प्राक्कलित राशि को बढ़ाया जाएगा। फरवरी 2015 में इसके लिए 10 लाख रुपए का आवंटन भी नगर परिषद को उपलब्ध कराया गया था। इसके लिए नगर परिषद के वार्ड संख्या 15 में चीनी मिल के पास जमीन को चिह्नित किया गया था। लेकिन, काम शुरू नहीं हो सका। उसके बाद सम्राट अशोक भवन के लिए विस्तारित क्षेत्र पिपरा खास पोखरा पर जमीन की पैमाइस की गई है, लेकिन, यहां भी कुछ तकनीकी वजह से काम शुरू नहीं हो सका। अब इसके लिए मीरगंज थाना परिसर के पूरब गड्डे वाली जमीन को चिन्हित कर ली गई। अंचल कार्यालय उचकागांव से एनओसी मांगा गया है। एनओसी मिलने के बाद योजना को टेंडर में भेजा जाएगा।
कम कीमत पर उपलब्ध कराया जाएंगे कमरे:
सम्राट अशोक भवन वैसे तो एक तरह से नगर परिषद का निजी परिसदन के रूप में होगा, जिसे प्रशासनिक महकमे के लोग उसका उपयोग कर सकेंगे। साथ ही संसाधनों से युक्त उक्त भवन का लाभ शहरवासियों को भी मिलेगा। किसी कार्यक्रम के लिए लोगों को कम कीमत की अदायगी कर भवन की सुविधा मुहैया करायी जाएगी। जरूरतमंदों को इसके लिए कार्यक्रम से संबंधित कागजात संलग्न करने होंगे। भवन में कई कमरे के अलावा बड़ा हॉल बनेगा। बिजली, पानी और शौचालय की समुचित व्यवस्था रहेगी। रखरखाव के लिए केयर टेकर बहाल किए जायेंगे।
सम्राट अशोक भवन निर्माण के लिए जमीन को चिन्हित कर लिया गया है। एनओसी मिलने के बाद योजना को टेंडर में डाला जाएगा।
डॉ अजीत कुमार शर्मा,कार्यपालक पदाधिकारी,मीरगंज नगर परिषद्