मीरगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: कभी अपना व्यवसाय कर स्वावलंबी जीवन यापन करने वाले लल्लन आज 4 साल से बेड पर पड़े हुए हैं और तिल तिल कर मरने को अभिशप्त हैं। गंभीर बीमारी से जूझ रहे लल्लन की मदद के लिए अब तक ना प्रशासन आगे आया है और ना ही कोई अन्य उनका परिचित ही साथ दे रहा है। शहर के उत्तर मोहल्ला के रहने वाले लल्लन कुमार को करीब 10 साल पहले गर्दन में दर्द महसूस हुआ और धीरे-धीरे यह रीढ़ तक फैलता चला गया।
फिलहाल उनका गर्दन के नीचे का हिस्सा सुन्न पड़ चुका है और वे लाचार बेड पर पड़े हुए हैं।अपने इलाज के लिए लल्लन कई जगह खाक छानी और बड़ी कठिनाई से किसी तरह अपना इलाज कराया ,थोड़ी बहुत राहत भी मिली पर आखिरकार यह बीमारी जड़ से खत्म नहीं हुई। ईलाज के चक्कर में उन्होंने अपना धन-संपत्ति तक दांव पर लगा दिया और कर्जदार भी बन गए।
इसी क्रम में उनके परिजन भी चल बसे और आज वह नितांत अकेले दाने-दाने का मोहताज हो चले हैं। ललन ने कातर भाव से बताया कि वे 4 साल से अधिक समय तक वह बेड पर पड़े हुए हैं और उनकी आखिरी इच्छा है कि वे हरिद्वार में जाकर बाबा रामदेव के दर्शन करें और उन्हीं के संस्थान में उनका इलाज चले।
शहर के सामाजिक कार्यकर्ता मदद के लिए ठानी, आए आगे।
लल्लन का दुर्दशा देख लोगों के कानों में उनकी बात पहुंची और उसके बाद शहर के सामाजिक कार्यकर्ता उनके मदद के लिए आगे आए। शहर के महादेव श्री राम जानकी मन्दिर सह भाजपा नेता ज्योति भूषण, साईं संस्थान के अध्यक्ष सरोज कुमार रिंकू, औघड़दानी शिव मंदिर से जुड़े ऋषि वासु, रक्तदान समिति से जुड़े आनंद सोनी, सामाजिक कार्यकर्ता राजेश कुमार गुप्ता, आकाश कुमार, सोनू आदि की अगुवाई में दर्जनों सामाजिक कार्यकर्ता ने उनके इलाज के लिए समुचित रकम जमा करने को लेकर सड़क पर उतर पड़े।
आपको बता दें कि इस दौरान शहर के दुकानदारों ने भी इनको हृदय खोलकर सहयोग राशि दिया साथ ही साथ सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों ने राहत राशि देनी शुरू कर दी है। कार्यकर्ताओं ने लोगों से अपील की है कि वे अपने सामर्थ्य अनुसार पीड़ित को आर्थिक मदद करें ताकि शहर के एक लाल को नई जिंदगी दी जा सके।