बैकुंठपुर। व्हीएसआरएस संवाददाता: जिले में गंडक नदी की धारा तेजी से बढ़ रही है। पिछले 24 घंटे के दौरान नदी के जलस्तर में 15 सेंटीमीटर वृद्धि दर्ज की गई है। जलस्तर में लगातार वृद्धि से गंडक नदी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है। मटियारी मीटर गेज पर नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर बताया गया। वैसे नदी के जलस्तर में वृद्धि जारी है।
बाढ़ नियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता सचिन कुमार ने बताया कि शनिवार को पश्चिमी चंपारण जिले के वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी के डाउनस्ट्रीम में 1.55 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। डिस्चार्ज लेवल डेढ़ लाख क्यूसेक से अधिक होने तथा गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर होने की स्थिति में गंडक नदी के तटवर्ती इलाकों में जीवन-यापन कर रहे ग्रामीणों की परेशानी बढ़ने लगी है। नदी में उफान आने की वजह से सीतलपुर, पकहां, सलेमपुर, खोम्हारीपुर, प्यारेपुर बिन टोली तथा आशा खैरा गांवों में बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है।
जिले के सर्वाधिक लो-लैंड में बसे बैकुंठपुर के 16 गांवों एक बार फिर गंडक नदी के निशाने पर आ गए हैं। नदी का जलस्तर बढ़ने की वजह से दियारा क्षेत्र की 20 सड़कों पर बाढ़ का पानी बहने लगा है। इन गांवों के करीब पांच हजार की आबादी का सड़क संपर्क प्रखंड मुख्यालय से पूरी तरह भंग हो गया है।