बैकुंठपुर| व्हीएसआरएस संवाददाता: जिले में गंडक नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। बुधवार की रात से गुरुवार की दोपहर तक हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से नदी के जल अधिग्रहण क्षेत्रों में दस सेंटीमीटर जल स्तर में वृद्धि हुई है। जबकि पश्चिमी चंपारण जिले के वाल्मीकिनगर बराज से गंडक नदी के डाउनस्ट्रीम में गुरुवार की दोपहर 2.10 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है। बुधवार को भी 1.80 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है।
जो जिले के गोपालगंज सदर ब्लाक के रामनगर व पतहरा गांवों से गुजर रहा है। बारिश की वजह से गंडक के निचले इलाके में पहले से ही तबाही मची हुई है। इधर नेपाल के तराई क्षेत्रों में बारिश शुरू होने के कारण डिस्चार्ज लेबल भी बराज से बढ़ाया जा रहा है। संभावना जताई जा रही है कि यदि नेपाल के तराई इलाकों में बारिश जारी रही तो गंडक नदी का डिस्चार्ज लेबल ढाई लाख क्यूसेक से अधिक हो सकता है।
उधर दो लाख क्यूसेक से अधिक पानी छूटने की सूचना मिलते ही गंडक के दियारे में जीवन-यापन करने वाले जिले के 42 गांवों के लोग अपना बोरिया-बिस्तर एक बार फिर समेटने लगे हैं। जून महीने में बाढ़ आने की वजह से तीन बार लोग विस्थापित हो चुके थे। अब चौथी बार तटबंध पर पलायन करने की तैयारी शुरू हो गई है।
पांच प्रखंडों में तबाही मचा सकती है गंडक
बैकुंठपुर। जिले के पांच प्रखंडों में गंडक नदी की बलखाती धारा एक बार फिर तबाही मचा सकती है। गोपालगंज सदर, माझागढ़, बरौली, सिधवलिया, बैकुंठपुर प्रखंडों के 42 गांवों के करीब 15 हजार से अधिक की आबादी बाढ़ की आशंका से भयभीत नजर आ रही है। कई परिवार बारिश और गंडक नदी के पास रखें पानी की धारा को देखते हुए पहले से ही पलायन करने लगे हैं। हालांकि जिला प्रशासन की ओर से नदी के निचले हिस्से में बसे लोगों पर फिलहाल किसी प्रकार की खतरा का संकेत नहीं दिया गया है।
खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर पहुंची गंडक
बैकुंठपुर। जिले में गंडक नदी का जलस्तर खतरे के लाल निशान से 20 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया है। गुरुवार को मटियारी मीटर गेज पर जल स्तर में वृद्धि दर्ज की गई। बाढ़ नियंत्रण विभाग के सहायक अभियंता सचिन कुमार ने बताया कि वैसे जलस्तर बढ़ने की स्थिति में फिलहाल किसी प्रकार का खतरा नहीं है। गंडक का डिस्चार्ज लेबल तीन लाख क्यूसेक से अधिक होने की स्थिति में ही दियारे में तबाही मच सकती है। उन्होंने बताया कि सारण मुख्य तटबंध तथा जमीदारी बांध पर रैनकट को लेकर कार्य चलाया जा रहा है।