मामला उचकागांव गोपालगंज के स्वामी प्रकाशानंद माध्यमिक सह इंटर कॉलेज का
उचकागांव। व्हीएसआरएस संवाददाता: उचकागांव प्रखंड के जमसड़ स्थित स्वामी प्रकाशानंद माध्यमिक सह इंटर कॉलेज रघुआ जमसड के पांच सौ से अधिक छात्र हाई स्कूल व इंटर की बोर्ड परीक्षा का फार्म भरने से वंचित रह गए हैं। बोर्ड से जारी डमी एडमिट कार्ड नहीं मिलने के बाद छात्रों को मामले की जानकारी हुई।
जिसके बाद आक्रोशित छात्रों ने शुक्रवार के दिन उचकागांव प्रखंड मुख्यालय पहुंच कर प्रदर्शन किया। जिसे प्रखंड प्रमुख विश्वजीत यादव और बीडीओ कुमार प्रशांत ने समझा बुझाकर शांत कराया।
बताया जा रहा है कि प्रखंड के स्वामी प्रकाशानंद माध्यमिक सह इंटर कॉलेज से बिहार बोर्ड परीक्षा समिति की आगामी बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए विद्यालय से कक्षा के 428, इंटर की बोर्ड परीक्षा के लिए 487 छात्रों ने नियमित छात्र के रूप में वही दोनों कक्षाओं से सौ-सौ छात्रों ने प्राइवेट छात्र के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया था। इसके साथ ही बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए इन छात्रों के अलावा पिछले वर्ष बोर्ड परीक्षा में असफल हुए पूर्ववर्ती छात्रों ने भी विद्यालय के प्राचार्य नंदलाल मांझी के पास शुल्क जमा कर बोर्ड परीक्षा हेतु आवेदन पत्र भरकर जमा किया था।
इसके बावजूद भी काफी संख्या में छात्रों का फार्म और शुल्क बिहार बोर्ड को उपलब्ध नहीं कराया गया। जिससे ऐसे छात्रों का डमी एडमिट कार्ड बिहार बोर्ड से जारी नहीं हो सका। विद्यालय के शिक्षकों की मानें तो शुल्क लेने के बावजूद भी विद्यालय के प्राचार्य ने हाईस्कूल के केवल 122, इंटर के मात्र 537 छात्रों का बोर्ड परीक्षा शुल्क और आवेदन पत्र बिहार बोर्ड को उपलब्ध कराया। जबकि पांच सौ से अधिक छात्रों का बोर्ड परीक्षा शुल्क और आवेदन पत्र बिहार बोर्ड को उपलब्ध नहीं कराया गया।
जिससे विद्यालय के ऐसे पांच सौ से अधिक छात्र आगामी वर्ष 2024 में होने वाली बोर्ड परीक्षा से वंचित रह जाएंगे। ऐसे छात्रों का डमी एडमिट कार्ड नहीं मिलने पर छात्रों को मामले की जानकारी हुई। जिसको लेकर एक सप्ताह पूर्व भी छात्रों ने विद्यालय में तोड़फोड़ कर प्रदर्शन किया था।
छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस को भी मौके पर पहुंचना पड़ा था। जिसके बाद डमी एडमिट कार्ड उपलब्ध कराने के लिए विद्यालय के हेडमास्टर ने 15 दिसंबर तक का समय दिया था। जिसको लेने के लिए छात्र शुक्रवार के दिन विद्यालय पहुंचे हुए थे। परंतु प्राचार्य को विद्यालय में नहीं देखकर छात्र आग बबूला हो गए। इस दौरान तीन सौ से अधिक छात्र उचकागांव प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर प्राचार्य के विरुद्ध कार्रवाई और छात्रों को बोर्ड परीक्षा में शामिल कराने की मांग को लेकर जमकर प्रदर्शन करने लगे। जिसे प्रखंड प्रमुख विश्वजीत यादव, उप प्रमुख श्रीकृष्णा सिंह कुशवाहा और बीडीओ कुमार प्रशांत ने समझा बुझाकर शांत कराया।
मामले में प्रखंड प्रमुख विश्वजीत यादव ने डीपीओ सह प्रभारी बीईओ मुकेश कुमार से फोन पर बात की। इस दौरान प्रभारी बीईओ ने बताया कि विद्यालय के प्राचार्य 29 नवंबर से लगातार विद्यालय से अनुपस्थित फरार चल रहे है। बोर्ड ऑफिस से बात हुई है। परंतु बोर्ड अॉफिस ने अब छात्रों का फार्म जमा करने से इंकार कर दिया है। जिसके बाद अब आगामी होने वाली सप्लीमेंट्री बोर्ड परीक्षा में ही छात्र बोर्ड परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
इस संबंध में बीडीओ कुमार प्रशांत ने कहा कि छात्रों को लिखित आवेदन देने को कहा गया है। आवेदन मिलने के बाद छात्रों की समस्याओं को वरिय पदाधिकारियों से अवगत कराया जाएगा। इस संबंध में जब प्राचार्य नंदलाल मांझी से फोन पर संपर्क किया गया तो उनका मोबाइल बंद पाया गया।
प्राचार्य की लापरवाही से पहले भी कई बार छात्र बोर्ड परीक्षा से हो चुके हैं वंचित
प्राचार्य नंदलाल मांझी की लापरवाही से वर्ष 2019 में भी ढाई सौ से अधिक छात्र बोर्ड परीक्षा से वंचित हो चुके हैं। इसके बाद मामले में प्राथमिकी करने के बाद शिक्षा विभाग ने उन्हें निलंबित कर दिया गया था। हाई कोर्ट से जमानत मिलने के बाद शिक्षा विभाग ने फिर उन्हें स्वामी प्रकाशानंद माध्यमिक सह इंटर कॉलेज का प्रभार सौंप दिया था। इसके बाद वे लगातार प्रभार में चल रहे हैं।
बताया जा रहा है कि प्राचार्य की लापरवाही से वर्ष 2022 में भी 52 छात्र, वहीं वर्ष 2021 और वर्ष 2018 में भी काफी संख्या में छात्र बोर्ड परीक्षा से वंचित हो चुके हैं।