- डेंगू से हो चुकी है पांच लोगों की मौत
- सरकारी अस्पताल में नहीं है जांच कीट
मीरगंज।व्हीएसआरएस संवाददाता: मीरगंज शहर में डेंगू का प्रकोप कम नहीं हो रहा है। लगातर डेंगू से पीड़ित मरीज मिल रहे है| अब तक ढाई से तीन सौ तक लोग इसकी चपेट में आ चुके है जिसमें अधिकांश लोग ठीक भी हो गए है लेकिन नए मरीज भी प्रतिदिन मिल रहे है| शुक्रवार को तीन डेंगू पीड़ित मरीजों की पहचान की गई है|जबकि डेंगू से अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है|
शहर में एक दर्जन से भी अधिक लोग बुखार से पीड़ित है जो प्राइवेट में इलाज करा रहे है |सरकारी अस्पताल में इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं होने से पीड़ित अपना इलाज कराने से कतरा रहे हैं। इधर शहर में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए नगर परिषद द्वारा लगातर निरोधी कार्य चलाया जा रहा है जिसमें कीटनाशक का छिड़काव, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव, मिट्टी के तेल का छिड़काव आदि कार्य शामिल है| सबसे अधिक प्रभावित इलाकों में फॉगिंग व ब्लीचिंग का काम सुबह -शाम दोनों समय किया जा रहा है। मीरगंज स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर डेंगू की जांच की कोई व्यवस्था नहीं रहने से लोगों में काफी आक्रोश दिख रहा है|सरकारी अस्पताल में जांच नहीं होने से लोग निजी जांच घरों का चक्कर लगाने को मजबूर है|इधर,उचकागांव सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ओपी लाल का कहना कि उचकागांव में डेंगू जांच का कीट उपलब्ध है। पीड़ित लोगों की जांच किया जा रहा है। वहीं समुचित इलाज नहीं होने से लोग गोरखपुर में भर्ती होकर इलाज करा रहे हैं। मालूम हो कि अगस्त माह के तीसरे सप्ताह में डेंगू से सैकड़ों लोग पीड़ित हुए थे लेकिन लगातर इलाज के बाद सभी ठीक हो गए| उस बीच नगर प्रशासन ने भी लगातार बचाव को लेकर उपाय किया, जिससे बीमारी के प्रसार पर रोक लगी| इधर, फिर से डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है जिससे लोगों में दहशत जैसा माहौल बन गया है| शहर में लगातार डेंगू पीड़ित मरीज मिल रहे हैं। सबसे अधिक प्रभावित शहर के जयप्रकाश चौक व वार्ड संख्या 15, वार्ड संख्या पांच व आठ का क्षेत्र है| इस क्षेत्र के दर्जन भर से अधिक लोग डेंगू से पीड़ित होकर प्राइवेट क्लीनिक में इलाज करा चुके हैं। अब भी इन क्षेत्रों में पीड़ित मरीजों की संख्या कम नहीं हो रही है।
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लक्षण दिखते ही हो जाएं सावधान:
मीरगंज शहर के प्रसिद्ध डॉ शिशिर कुमार ने बताया कि डेंगू के लक्षण दिखते ही सावधान होने की जरुरत है। शुरूआती दौर में ही जांच कराने पर अगर बीमारी पॉजिटिव मिले तो इसका इलाज शुरू करा देना चाहिए। शुरुआती दौर में ही इलाज शुरू हो जाने से यह खतरनाक रूप नहीं ले पाता है। इसकी अनदेखी से यह गंभीर हो सकता है। उन्होंने बताया तेज बुखार आना तथा शरीर में तेज दर्ज इसका सामान्य लक्षण हैं। डेंगू पीड़ित व्यक्ति में खून का प्लेटलेट्स काफी कम हो जाता है। सामान्य तौर पर खून का प्लेटलेट्स डेढ़ लाख से साढ़े चार लाख होना चाहिए, मगर डेंगू होने पर यह घटकर 50 हजार हो जाता है। डेंगू का मच्छर घरों के आस-पास नहीं पनप सके इसके लिए पानी जमा नहीं होने दें। डेंगू का मच्छर साफ पानी में पनपता है।
वर्ष 2019 में हुई थी पांच लोगों की मौत :
मीरगंज शहर में डेंगू का प्रकोप वर्ष 2019 में हो चुका है इसमें पांच लोगों की मौत हुई थी जबकि पांच सौ से अधिक लोग इसकी चपेट में आए थे| सरकारी स्तर पर समुचित इलाज की व्यवस्था नहीं होने पर लोग गोरखपुर, पटना व लखनऊ में जाकर इलाज करवाया था| बाद में फॉगिंग व छिड़काव से बीमारी पर काबू पाया गया था| एक बार फिर डेंगू ने शहर में दस्तक दी है जिससे लोगों में दहशत है |