उचकागांव।व्हीएसआरएस संवाददाता: दहीभाता पंचायत सरकार भवन पर राजस्व कार्यालय में चल रहे अवैध वसूली के खिलाफ बुधवार को नाराज ग्रामीणों ने जमकर प्रदर्शन किया।
इस दौरान आरोपित राजस्व कर्मचारी और राजस्व कर्मचारी के नाम पर अवैध वसूली करने वाले तीन लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीणों द्वारा राजस्व कर्मचारी के कार्यालय में ताला जड़ दिया गया। जिससे पंचायत भवन पर अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही।
मामले में पंचायत की मुखिया चिंता देवी, सरपंच वीरेंद्र प्रसाद सिंह, पिंटू यादव, अशोक यादव, मिथुन कुमार यादव, अभ्यास कुमार यादव, उप मुखिया प्रतिनिधि त्रिभुवन कुमार वर्णवाल, मुकेश कुमार सिंह, दीपू कुमार, उप सरपंच सीताराम यादव, अमरुद्दीन, सुनील सिंह, दरोगा कुमार, शेरबहादुर, परवेज सहित काफी संख्या में ग्रामीणों का कहना था कि पंचायत के राजस्व कर्मचारी राजेंद्र सिंह के द्वारा दहीभाता पंचायत सरकार भवन में स्थित राजस्व कर्मचारी के कार्यालय में अवैध वसूली के लिए तीन लोगों को रखा गया है। जो पिछले कई वर्षों से निवास, जाति, आय प्रमाण पत्र बनवाने के लिए घूस लेने के लेकर जमाबंदी तक में पांच हजार रुपए से लेकर एक लाख रुपए तक की अवैध वसूली की जाती है।
पंचायत के वार्ड नंबर सात के वार्ड सदस्य सुनील सिंह ने कहा कि पुराने दस्तावेज पर जमाबंदी करने के नाम पर उनसे राजस्व कर्मचारी और उनके द्वारा रखे गए लोगों के द्वारा सत्तर हजार रुपए की मांग की जा रही है। वसुधा केंद्र संचालक सनी सैफ ने कहा कि उनके द्वारा छह माह पहले रजिस्ट्री कचहरी में जमीन रजिस्ट्री के दौरान ही जमाबंदी के लिए शुल्क जमा कर दिया गया था। परंतु घूस नहीं देने पर विभाग द्वारा आवेदन को रद्द कर दिया गया है। ग्रामीण अशोक यादव ने बताया कि राजस्व कर्मचारी के द्वारा रखे गए लोगों द्वारा जमीन रजिस्ट्री से पूर्व खाता खेसरा की जानकारी लेने पर पांच सौ रुपए की वसूली की जाती है। जबकि अंचल से नोटिस पहुंचाने के एवज में तीन-तीन सौ रुपए की वसूली की जाती है।
इस दौरान आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा आरोपित राजस्व कर्मचारी और उनके द्वारा तैनात किए गए तीनों आरोपियों के विरुद्ध अवैध वसूली मामले में प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की गई। इस संबंध में राजस्व कर्मचारी राजेंद्र सिंह ने कहा कि इस समय अंचल कार्यालय में जमाबंदी का अपडेशन का काम चल रहा है। जिसके लिए नथुनी सिंह और उमेश कुमार को रखा गया है।