गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: शहर में स्थित कांग्रेस कार्यालय पर शुक्रवार को एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया। जिसको संबोधित करते हुए कांग्रेस के ज़िलाध्यक्ष ओम प्रकाश ने कहा की देश में जब से मोदी की सरकार आयी है देश के अमीर और अमीर व ग़रीब और ग़रीब हो रहे हैं।
देश की जनता का पैसा मोदी सरकार अपने पूँजीपतियो दोस्तों को दे रही है। चुनावी घोषणा में दो करोड़ युवाओं को हर साल नौकरी देने का वादा किए थे। आज तक युवाओं को रोज़गार नहीं मिला। किसानों को ना सम्मान मिला न एमएसपी लागू हुई और नहीं उनकी आय दुगुनी हुई। नोट बंदी लाया गया ताकि काला धन वापस आये।
लेकिन सारा काला धन भाजपा के सभी ज़िला कार्यालय निर्माण में चले गईं और देश को कुछ नहीं मिला सिवाय धोखा और छलावा के। किसानों के कृषि ऋण पर गिरफ़्तारी और नीलामी तक की जा रही और अपने पूँजीपतियो दोस्तों का लाखों हज़ार करोड़ का क़र्ज माफ़ किया जा रहा। देश की नव रत्न कम्पनीय बेची जा रही। मोदी सरकार ने 9 साल में एलपीजी गैस के माध्यम से देश के 31.37 करोड़ देश वसियो से गैस के दाम बढ़ाकर आठ लाख चौतीस हज़ार करोड़ रुपया लूटा।
जिसने अड़सठ हज़ार सात सौ करोड़ रुपए उज्ज्वला बहनों से लूटा और जब चुनावी पर्व सामने हैं पाच राज्यो में चुनाव होने वाले हैं तो गैस के दाम में दो सौ रुपए कम किए जा रहे हैं।
क्या यह सरकार गैस और पेट्रोलियम में अगले पाँच सालो तक दाम में वृद्धि नहीं होगी। इसके लिए जानता को अस्वस्थ करती हैं । जब जनता इस तरह के माँगो की आवाज़ उठाती हैं तो मोदी सरकार उनका ध्यान भटकाने का प्रयास करती हैं।
जैसे आज यह सरकार इंडिया और भारत के नामो पर बहस कर रही है जिसने डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, स्कील इंडिया जैसे नारों को दिलाने वाली आज इंडिया के नाम से नफ़रत कर रही। क्योंकी भारत की एक जुटता एक गठबंधन के नीचे आ गई हैं और मोदी शाह को हार का डर सता रहा हैं। इस लिये यह बाबा साहब भीम राव अंबेडकर के सोचो को मिटाना चाहती है।
अंबेडकर जी भारत को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर लाने के लिये संविधान में सबसे पहले लिखा हैं ‘इंडिया दैट इज भारत। भाजपा उनके सोच को मिटाना चाहती हैं इससे साफ़ ज़ाहिर होता हैं यह सरकार दलितों और शोषितों की विरोधी हैं।
प्रेस वार्ता में विनोद कुमार तिवारी, प्रेमनाथ राय शर्मा, अनिल दुबे, इफ़्तिख़ार हैदर, ज़ुल्फ़िकार अली भुट्टो, अमूल रत्न शुक्ला, प्रो दिनेश मिश्र, थावे प्रखण्ड अध्यक्ष रियाज़ अहमद आदि लोग मौजूद रहे।