गोपवलगंज।व्हीएसआरएस संवाददाता: उपचुनाव में महागठबंधन और भाजपा में कांटे की टक्कर रही। आखिरकार अपनी गोपालगंज सीट बचा ली है। जबरदस्त लड़ाई में भाजपा की कुसुम देवी ने राजद के मोहन गुप्ता को दो हजार मतों से हरा दिया है। 2005 से गोपालगंज की सीट भाजपा के खाते में है और इस बार भी भाजपा का कब्जा यहां बरकरार रहा।
अंतिम राउंड के बाद कुसुम देवी ने जीता चुनाव
अंतिम राउंड की मतगणना पूरी होने के बाद कुसुम देवी ने जीत दर्ज की। कुसुम देवी ने 2183 वोटों से जीत हासिल की है. हालाँकि खबर लिखे जाने तक इसका अधिकारिक एलान नहीं हुआ है, लेकिन मतगणना केंद्र के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं का जश्न शुरू हो गया था और मतगणना केंद्र से बाहर आ रहे राजद के कार्यकर्ता अपनी हार स्वीकार कर रहे थे. कुसुम देवी को कुल 70033 मत मिले हैं, जबकि मोहन गुप्ता को 67876 मत मिले हैं।
पहले राउंड से ही दोनों उम्मीदवारों के बीच कांटे का रहा मुकाबला
पहले राउंड से ही दोनों उम्मीदवारों के बीच मुकाबला काटें का रहा. पहले दो रांउड में राजद उम्मीदवार आगे रहे, लेकिन उसके बाद 19वें राउंड तक भाजपा बढ़त बना रखी थी, वैसे 20वें राउंड में आकर राजद ने एक बार फिर छोटी बढ़त बना ली, लेकिन 21वें राउंड में एक बार फिर से आरजेडी उम्मीदवार की बढ़त देखने को मिली. 21 वें राउंड की मतगणना खत्म होने के बाद आरजेडी उम्मीदवार के पास 65 वोट की बढ़त थी. 21 वें राउंड की मतगणना खत्म होने के बाद आरजेडी उम्मीदवार को 61727 वोट मिले.
22 राउंड के बाद भी तस्वीर नहीं हुई साफ
आपको बताते चलें कि 22 राउंड की मतगणना खत्म होने के बाद बीजेपी की कुसुम देवी को 65336 वोट मिले जबकि आरजेडी उम्मीदवार मोहन गुप्ता को 63943 वोट मिले हैं. कई बार पिछड़ने के बावजूद बीजेपी उम्मीदवार ने आख़िरकार जीत हासिल की. जानकारों का कहना है कि राजद की हार में साधु यादव से अधिक औवेशी की पार्टी का हाथ रहा. उनके उम्मीदवार ने मुस्लिम बहुल इलाके में करीब 10 हजार मत जो राजद के रहे हैं, उसमें सेंध लगाने में कामयाब रहे.
हालांकि गोपालगंज सीट से बीजेपी ने दिवंगत नेता और विधायक सह मंत्री रहे सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी को चुनावी मैदान में उतारा है जबकि राजद ने इस सीट से व्यवसायी वर्ग से आने वाले मोहन प्रसाद गुप्ता को टिकट दिया था.
इसी सीट से लालू प्रसाद की सरहज और तेजस्वी यादव की मामी इंदिरा देवी भी चुनावी समर में हैं. भाजपा ने लगातार चार बार से इस सीट से विधायक और एक बार नीतीश कैबिनेट में सहकारिता मंत्री रह चुके दिवंगत सुभाष सिंह की पत्नी कुसुम देवी को ही चुनावी मैदान में उतारने का फैसला लिया था। बीजेपी की प्रत्याशी ने अपने दिवंगत पति की सीट से जीतकर बीजेपी के लिए जीत का सिलसिला बरकरार रखा है।