उचकागांव | व्हीएसआरएस संवाददाता: यज्ञ से सृष्टि की रक्षा होती है। यज्ञ स्थल पर सभी देवी-देवताओं का वास होता है। यज्ञ से मानव को अपेक्षित फल की प्राप्ति होती है।
यज्ञ से न केवल वातावरण शुद्ध होता है, बल्कि प्रकृति का असंतुलन भी दूर होता है। त्रिलोकपुर स्थित शिव मंदिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय रूद्र महायज्ञ व प्राण-प्रतिष्ठा महायज्ञ के पांचवे दिन मंगलवार को प्रवचन कार्यक्रम में कथा वाचिका सुश्री अमृता किशोरी ने कही। उन्होंने कहा कि इस तरह के धार्मिक कार्यक्रम से समाज को एक सूत्र में बांधने का मौका मिलता है। साथ ही लोगों में आपसी भाईचारा कायम होती है एवं धर्म के प्रति लोगों में आस्था बढ़ती है।
महिलाओं ने हाथ में पूजन की थाली लिए हुए पूरी आस्था व श्रद्धा के साथ यज्ञ मंडप की परिक्रमा की। साथ ही भोलेनाथ की विशेष पूजा-अर्चना की। बताते चले कि इस नौ दिवसीय प्राण-प्रतिष्ठा महायज्ञ का शुभारंभ विगत शुक्रवार को भव्य कलश यात्रा से हुआ था।इसके पहले देव आवाहन एवं जलाधिवास किया गया। मंगलवार को अन्नाधिवास एवं देव पूजन किया गया। 12 मई को सायं तीन बजे से विशाल शोभा यात्रा निकाली जाएगी, जिसमें शिव परिवार को नगर भ्रमण कराया जाएगा।