मांझागढ़| व्हीएसआरएस संवाददाता: प्रखण्ड के करीब 8 गांवों में बाढ़ की पानी से तबाही मची हुई है । करीब छह हजार की आबादी बाढ़ से पूर्ण रूप से प्रभावित हुई है । निमुइयाँ पंचायत पूर्ण रूप से बाढ़ से प्रभावित हो गया है । वहीं गौसियां , भैसहीं व पुरैना पंचायत आंशिक रूप से बाढ़ से प्रभावित है । बाढ़ के पानी से गौसियां तटबंध पर दबाव बढ़ गया है । वहीं गौसियां पंचायत का राजकीय मध्य विद्यालय , अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व एक आंगनबाड़ी केंद्र पानी में डूब गया है । लोगों का कहना है कि जब बाढ़ का पानी खतरे के निशान से ऊपर चला जाता है तब ही राजकीय मध्य विद्यालय में बाढ़ का पानी प्रवेश करता है ।
हालांकि शुक्रवार को बाल्मीकिनगर बराज से कम पानी छोड़े जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस भी लिया है । गौसियां में नाव की व्यवस्था नहीं होने से भी लोगों की परेशानी बढ़ी हुई है । वृति टोला , बलुआ टोला , मदन मुखिया का टोला व निमुइयाँ में आने जाने के लिए लोगों को नाव की जरूरत पड़ती है । लेकिन प्रशासन द्वारा केवल दो नाव ही उपलब्ध करवाया गया है । उसकी भी हालत ठीक नहीं है । गौसियां के पूर्व मुखिया राधारमण मिश्रा व निमुइयाँ के मुखिया नन्दकिशोर यादव लगातार प्रशासन से नाव की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे हैं । लेकिन अब तक आश्वासन ही मिला है ।
बाढ़ प्रभावित लोगों में नाराजगी भी बढ़ती जा रही है । निमुइयाँ पंचायत के सभी घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है । माल-मवेशी के साथ लोगों का लगातार पलायन जारी है । बांध पर रेनकट की अब तक मरम्मत नहीं कि जा सकी है ।
कहते हैं अधिकारी
इस बारे मे माँझा अंचल अधिकारी शाहिद अख्तर ने बताया कि बाल्मीकिनगर बराज का पानी छोड़े जाने के बाद लोगों को माइकिंग कराकर सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की गई है । प्रशासन की ओर से 10 नावों की भी व्यवस्था की गई है । उम्मीद है शनिवार की रात्रि से पानी उतरने लगेगा ।