बाइक पर मारी थी गोली
गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: गोपालगंज के नगर थाना क्षेत्र के तुरकाहां पुल के पास 12 फरवरी को बदमाशों ने एआईएमआईएम नेता अब्दुल सलाम उर्फ असलम मुखिया की गोली मारकर हत्या मामले में बेटे ने सात लोगों को नामजद आरोपी बनाते हुए राजद के बड़े नेताओं पर हत्या में साजिश करने का आरोप लगाया है।
पुलिस ने अब तक तीन नामजद लोगों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जबकि चार अन्य फरार नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। बताया गया कि 12 फरवरी को नगर थाना क्षेत्र के तुरकाहां पुल के पास हत्या मामले में बेटे अनस सलाम ने राजद के बड़े नेताओं पर साजिश करने की आशंका जाहिर करते हुए सात लोगों को नामजद आरोपी बनाया है।
नगर थाना में दिए गए आवेदन में कहा गया है कि बनकट तकिया गांव निवासी अब्दुल सलाम चौराव पंचायत के पूर्व मुखिया, एआईएमआईएम के प्रदेश सचिव और सारण प्रभारी, गोपालगंज सदर विधानसभा सीट से पूर्व प्रत्याशी और गोपालगंज इस्लामिया मदरसा के सचिव थे। 12 फरवरी 2024 को मेरे पिता लखनऊ जाने के लिए ट्रेन पकड़ने के वास्ते मोटरसाइकिल, मो.अमानुल हक उर्फ मुन्ना जो राजेन्द्र नगर वार्ड नं 22 गोपालगंज के साथ थावे जंक्शन जा रहे थे। मोटरसाइकिल के पीछे मे बैठे थे।
इसी बीच तुरकाहा पानी प्लांट के सामने ब्रेकर के बाइक की रफ्तार कम हुई। तभी पीछे से मोटरसाइकिल पर सवार दो नामजद व्यक्ति ने असलम मुखिया को गोली मार दी। दोनों बाइक से तुरकाहा नहर पुल की तरफ भाग गये। आवेदन में तकिया याकुब गांव निवासी महताब आलम उर्फ लालबाबू और फहिम उर्फ सद्दाम पर अपने पिता की गोली मारने का आरोप लगाते हुए हत्या के समय रेकी करने के आरोप में मोहम्मद अदुद, मोहम्मद शकूर, फिरोज आलम, आरिफ उर्फ सोना के साथ चौराव पंचायत के मुखिया परवेज आलम उर्फ छोटे मुखिया पर नामजद प्राथमिकी कराई।
उन्होंने कहा कि मुझे शंका है कि परवेज आलम उर्फ छोटे मुखिया के साथ साजिश में जिला के राष्ट्रीय जनता दल के बड़े नेता भी शामिल हो सकते हैं। वहीं, अनस सलाम ने पुलिस को बताया कि हत्या में कुछ लोग भी शामिल हैं।
प्राथमिकी के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए नामजद आरोपित मोहम्मद शकूर, मोहम्मद अदुद और फिरोज आलम को गिरफ्तार कर लिया। एआईएमआईएम नेता अब्दुल सलाम की हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले शार्प शूटरों की पहचान पुलिस की तरफ से लगातार की जा रही है।
पुलिस शार्प शूटरों की पहचान करने के साथ ही उनके भागने की दिशा पर जांच कर रही है। पुलिस को आशंका है कि हत्या में शामिल शार्प शूटर सीवान से बुलाए गए थे। ऐसे में पुलिस सीवान के फरार चल रहे शार्प शूटरों की सूची बनाकर चिह्नित करने के साथ ही गिरफ्तारी के लिए छापेमारी अभियान चला रही है।