गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: स्थानीय थाना क्षेत्र के राधागंज में संचालित सोनी आर्केस्ट्रा के एक दर्जन लड़कियों को संचालक द्वारा बंधक बना लिया गया था। जिसकी सूचना मिलते ही सीओ हेमंत कुमार झा ने पुलिस बल के साथ पहुंचे। जहा रेस्क्यू कर बंधक बनाई गई महिला डांसरों को मुक्त कराया।
वही आर्केस्ट्रा संचालक मुस्तफा आलम प्रशासन को आता देख मौके से फरार हो गया। प्रशासन द्वारा पीछा किया गया लेकिन वह हाथ नहीं लगा. बताया जा रहा है कि सोनी आर्केस्ट्रा में एक दर्जन महिला डांसर विभिन्न शादी पार्टियों में अपना प्रोग्राम देती थीं। जिसके एवज में महिला डांसरों को संचालक द्वारा मेहनताना भी दिया जाता था। परंतु कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए महिला डांसरों ने संचालक को विभिन्न शादी विवाह पार्टियों में जाने से मना कर दिया साथ ही वह घर जाने की जिद करने लगी।
जिसपर आर्केस्ट्रा संचालक ने सभी महिला डांसरों को एक रूम में बंद कर उन्हे बंधक बना लिया. साथ ही तरह-तरह की धमकी भी देने लगा और कहने लगा कि जितना भी साटा हुआ है सब में प्रोग्राम देना पड़ेगा। लेकिन महिला डांसर बार-बार मना करती रही। उन्हीं महिला डांसरो में से एक डांसर कल्पना साहा ने इसकी सूचना हथुआ अनुमंडल पदाधिकारी अनिल कुमार रमण को फोन पर दी। जिसपर सीओ श्री झा को इसकी जांच करने का एसडीएम ने निर्देश दिया।
सीओ हेमंत कुमार झा पुलिस पदाधिकारी अवध कुमार राय और पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे। जहां मामला सत्य पाया और महिला डांसरो को वहां से मुक्त कराकर उन्हें उनके कहे अनुसार स्थान पर भिजवाया गया। सीओ ने बताया कि सोनी आर्केस्टा का संचालक मुस्तफा आलम जबरन महिला डांसर को प्रोग्राम देने हेतु दबाव बना रहा था लेकिन कोरोना संक्रमण को लेकर डांसर प्रोग्राम देने से मना कर रही थी। जिसपर संचालक ने यह अपराध किया है।
आपको बताते चलें कि फिलहाल सभी महिला डांसरों को बंधन से मुक्त करा दिया गया है। महिला डांसर वेस्ट बंगाल राज्य के बारासात जिला के थाना मटिया अंतर्गत घोषपाड़ा गांव निवासी नीला दास , दोलोन दास लिपिका सरदार, राखी दास, टिक्की दास , चंदा चक्रवर्ती , रानी मुंडा, पूजा, चंदा , विशाल दास , शिवा मंडल बताये गये हैं।