अर्घ्य देने का मुहूर्त
• अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने का समय : शाम 5 बजकर 05 मिनट
• उगते सूर्य को अर्घ्य देने का समय : सुबह 6 बजकर 26 मिनट
गोपालगंज। व्हीएसआरएस संवाददाता: महापर्व छठ पूजा के दूसरे दिन गुरुवार को व्रतियों ने पूरे दिन उपवास रहने के बाद शाम में खरना किया। शुक्रवार व्रत धारण करने वाले महिला-पुरुष विभिन्न घाटों पर अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य देंगे। नहाय-खाय के बाद गुरुवार को व्रतियों ने खरना किया और परिवार के सदस्य पूजा के दौरान प्रयोग में लाए जाने वाले सामान की खरीदारी में लगे रहे। पूजा को लेकर जिला मुख्यालय के तमाम घाटों की सफाई का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। लेकर जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण इलाकों में छठ घाट सजधज कर तैयार हो गए हैं। कुछ घाटों पर गुरुवार को भी सफाई व रंग-रोगन का काम चलता रहा। घाटों पर पर्याप्त रोशनी के प्रबंध करने में नगर परिषद के अलावा कुछ स्थानीय लोग भी अपने स्तर से जुटे रहे। घाटों पर सफाई का कार्य पूरा होने के बाद उन्हें सजाने-संवारने का कार्य भी तेज हो गया है। घाटों पर रोशनी के पर्याप्त प्रबंध के लिए बड़े जेनरेटर को भी लगाए गए हैं। वैसे घाट जो शहरी इलाके से दूर हैं, वहां भी लोग अपने स्तर से घाटों की सफाई के कार्य को अंतिम रूप दे चुके हैं तथा उन घाटों पर रोशनी के प्रबंध किए जा रहे हैं। शुक्रवार को पूरे दिन निर्जला व्रत धारण करने के बाद व्रत धारण करने वाले व्रती अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य देंगे। शनिवार की तड़के भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिनों तक चलने वाले इस लोक आस्था के पर्व का विधिवत समापन हो जाएगा।
छठ पूजा को देखते हुए गहरे तालाब व नदी वाले घाट पर गोताखोरों के अलावा एनडीआरएफ की टीम को तैनात कर दिया गया है। पूरे जिले में चिन्हित किए गए 271 घठ घाटों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इन घाटों पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ने को देखते हुए प्रशासनिक देखरेख में कई घाटों पर गहरे पानी वाले घाट पर बांस व बल्ले लगाए गए हैं। अर्घ्य के लिए नदी में उतरने वाली महिलाओं को निर्धारित स्थान से आगे बढ़ने से रोका जा सके।
छठ पर्व को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर सभी छठ घाटों पर दस-दस स्वयंसेवकों की टीम को तैनात किया गया है। तमाम स्वयंसेवकों को छठ घाट पर सुरक्षा का पुख्ता प्रबंध देखने का निर्देश दिया गया है। ताकि घाट पर किसी भी तरह की दुर्घटना नहीं हो सके। प्रशासनिक स्तर पर तमाम घाटों की मॉनीटरिग के लिए सीओ व बीडीओ को तमाम घाटों पर नजर रखने को कहा गया है।
वहीं छठ घाट पर पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए अधिक भीड़-भाड़ वाले चिन्हित किए गए छठ घाट पर सुरक्षा बलों के साथ ही दो सौ से अधिक दंडाधिकारियों की भी तैनाती की गई है। प्रशासनिक स्तर पर पूर्व में ही कई बिदुओं पर सुरक्षा को ध्यान में रखकर तैयारियों को पूर्ण करने का निर्देश दिया जा चुका है।
आपको बताते चलें कि छठ पूजा को देखते हुए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। इस नियंत्रण कक्ष में आठ-आठ घंटे की पाली में तीन पदाधिकारियों को तैनात किया गया है। अलावा इसके यहां कर्मियों की भी प्रतिनियुक्ति की गई है। यह नियंत्रण शुक्रवार की सुबह से शनिवार की सुबह पूजा समाप्ति के दो घंटे बाद तक काम करेगा।