पूर्वी चंपारण| व्हीएसआरएस न्यूज: दिल्ली से बिहार आए थे शादी कि खुशियां मनाने मगर ईश्वर को यह मंजूर नहीं हुआ। परिवार पर दुखों का ऐसा कहर टूटा कि एक साथ तीन बहनों की चिता को जलानी पड़ी। दाह संस्कार में शामिल परिवार के सदस्यों के आंसू उसी प्रकार निकल रहे थे जितनी चिता की ज्वाला बढ़़ रही थी। पिछले माह लॉकडाउन होने के दौरान ही 24 मई को घर में बड़े भाई पूरन साह की पुत्री की शादी हुई। इस शादी समारोह में शामिल होने के लिए यह परिवार दिल्ली से घर आया था। पिता रघु साह ने बताया उसे तीन पुत्री व दो पुत्र हैं। इसमें दो पुत्री स्नान करने के दौरान डूब गई।
मृतक ललिता के पिता ने बताया कि एक लड़की की शादी पहले ही कर दिया हू । वे अपनी बेटियों को याद करते हुए कहते हैं-मृत ये दोनों पुत्रियां उसे काम पर जाने से पहले बच्चियां खाना खिलाने का काम करती थी। शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर स्थान हासिल करने के लिए काफी मेहनत करती थी। दिल्ली में पेंटिंग का काम करता था और पूरे परिवार के साथ जीविकोपार्जन चलाता था।
वहीं छठू साह ने बताया कि वह दिल्ली में ठेला पर फल बेचने का काम करते थे। दो पुत्र व दो पुत्रियां थी, जिसमें एक पुत्री की मौत हो गयी। मृतक ललिता के पिता छठू साह दिल्ली में पेंटिंग का काम करते थे और समय मिलने पर भाई के साथ फल के व्यवसाय में सहयोग करते थे। मृतक अनुराधा इंटर की छात्रा है। रश्मि मैट्रिक एवं ललिता 11 वीं की छात्रा थी, जो दिल्ली बोर्ड से पढ़ाई करती थी।
बताते चलें कि अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत पचपकड़ी ओपी क्षेत्र के मुरली गांव स्थित तालाब में कल मंगलवार को स्नान करने गई एक ही परिवार की तीन लड़कियों की डूबने से मौत हो गई। तीनों की उम्र 14 से 17 वर्ष के बीच बताई गई है। ग्रामीणों के प्रयास से तीनों लड़कियों की लाशों को तालाब से बाहर निकाल लिया गया। घटना की सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम करा उसे परिजनों को सौंप दिया था।
जानकारी के अनुसार, मुरली गांव निवासी रघु साह की पुत्री अनुराधा कुमारी (17) व रश्मिी कुमारी (14) और छठू साह की पुत्री ललिता कुमारी (16) खेतों की ओर गई थी। वहां उन्हें गांव की अपनी अन्य सहेलियां मिल गई। इसके बाद सभी सरेह में स्थित तालाब में स्नान करने लगी। स्नान करने के दौरान तीनों तालाब के गहरे पानी की तरफ चली गई।