पटना। व्हीएसआरएस संवाददाता: दो बाजियां लग चुकी हैं। अब तीसरी की बारी है। यह तीसरा चरण ही गठबंधनों की जीत की सीमा तय करेगा। बिहार की सत्ता का फाइनल संघर्ष सात नवंबर को 78 सीटों पर होगा। इसमें सबसे अधिक सीटें कोसी और सीमांचल की हैं। इसके अलावा तिरहुत और मिथिलांचल की बची सीटों पर भी चुनाव होंगे।
बिहार विधानसभा चुनाव चुनाव के दूसरे चरण के मतदान में 17 जिलों के 94 विधानसभा क्षेत्रों में 1463 प्रत्याशियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। कोरोना संक्रमण के काल में वोट का फीसद कम रहा। इस दौरान कोई बड़ी घटना नहीं हुई। अब आगे सात नवंबर को तीसरे चरण की वोटिंग के बाद 10 नवंबर को मतगणना होगी। दूसरे चरण में सायं पांच बजे तक सर्वाधिक 57.08 फीसद मतदान मुजफ्फरपुर में हुआ। जबकि राजधानी पटना में न्यूनतम मतदान रिकार्ड किया गया।
बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान सायं छह बजे समाप्त हो गया। इस दौरान सायं पांच बजे तक के मिले आंकड़ों के अनुसार कुल 51.58 फीसद मतदान रिकार्ड किया गया। निर्वाचन आयाेग ने अभी तक मतदान का अंतिम आंकड़ा जारी नहीं किया है, लेकिन इसके बीते चुनाव से कम रहने की उम्मीद है।
आपको बताते चलें कि दूसरे चरण में कम मतदान के पीछे कोरोना संक्रमण को बड़ा कारण माना जा रहा है। दोपहर बाद से मतदान के लिए बूथों पर कतारें कम होने लगी। राजधानी के शहरी इलाकों में भी मतदान को लेकर उदासीनता पर अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी संजय कुमार सिंह ने चिंता जताई है।
प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रत्याशी, एक नजर
• भारतीय जनता पार्टी: 46
• जनता दल यूनाइटेड: 43
• राष्ट्रीय जनता दल: 56
• कांग्रेस: 24
• लोक जनशक्ति पार्टी: 52
• राष्ट्रीय लोक समता दल: 36
जिलावार विधानसभा क्षेत्र, एक नजर
• सारण: 10
• पटना: 09
• सिवान: 08
• नालंदा: 07
• बेगूसराय: 07
• पूर्वी चंपारण: 06
• गोपालगंज: 06
• वैशाली: 06
• दरभंगा: 05
• मुजफ्फरपुर: 05
• समस्तीपुर: 05
• भागलपुर: 05
• खगडि़या: 04
• मधुबनी: 04
• सीतामढ़ी: 03
• पश्चिम चंपारण: 03
• शिवहर: 01