भभुआ| व्हीएसआरएस न्यूज : चैनपुर थाना क्षेत्र के सरैया गांव में शुक्रवार की सुबह एक कुएं से बच्चे का शव बरामद किया गया। शव स्थानीय शिवपूजन पासवान का आठ वर्षीय पुत्र सूरज पासवान का था। शव देखकर ग्रामीणों का आक्रोश चरम सीमा पर पहुंच गया। ग्रामीणों ने शव को निकाला। इसके बाद पुलिस को सूचना दी। पुलिस पहुंची तो उसे ग्रामीणों का कोपभाजन बनना पड़ा। करीब चार घंटे तक ग्रामीणों ने शव नहीं उठने दिया। वे हत्या का आरोप लगाते हुए वहां एसपी को बुलाने की मांग कर रहे थे।
मिली जानकारी के अनुसार बेटे की मौत पर बिलखते हुए शिव पूजन पासवान ने बताया कि 2 दिसंबर की शाम 5 बजे सूरज लापता हो गया। काफी खोजबीन की गई लेकिन कोई पता नहीं चल सका। नाते रिश्तेदारों में भी पता लगाया। 3 दिसंबर की सुबह चैनपुर थाने में आवेदन दिया लेकिन पुलिस ने कोई सुध नहीं ली। गांव के ही विकास पांडे ने रात करीब आठ बजे कैमूर एसपी दिलनवाज अहमद को मामले की जानकारी दी। इसके कुछ ही देर बाद इंस्पेक्टर पहुंचे। जांच-पड़ताल कर पुलिस चली गई। इधर चार दिसंबर की सुबह करीब छह बजे किसी की नजर कुएं में उपलाते शव पर पड़ी। शिवपूजन ने कहा कि उनके बेटे की हत्या की गई है।
वही शिवपूजन पासवान एवं परिजन राजेश कुमार ने बताया कि 2 दिसंबर की शाम बच्चा गुम हो जाने के बाद इन लोगों ने टोल फ्री नंबर 100 पर फोन किया ताकि इसकी शिकायत दर्ज करवा सकें। फोन पटना में लगा। वहां से सारी जानकारी लेने के बाद कहा गया कि इसकी सूचना चैनपुर थाने को दी जा रही है। पुलिस मौके पर पहुंचकर बच्चे का पता लगाएगी। बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। 3 दिसंबर की सुबह 9 बजे मृतक के पिता एवं स्वजन चैनपुर थाना पहुंचे। थानाध्यक्ष उदय भानु सिंह को आवेदन दिया। तब थानाध्यक्ष ने धमकाते हुए कहा कि 100 नंबर पर डायल किए थाना पर क्यों नहीं आए। प्रधानमंत्री मोदी का नंबर दे रहे हैं। मोदी जी से बात कर के शिकायत करो। कई अन्य तरह से उन्होंने दुत्कारा। तब मायूस होकर स्वजन लौट गए। वे तीन दिसंबर की शाम सात बजे तक इंतजार करते रहे लेकिन थाने से कोई भी नहीं पहुंचा। थक हारकर गांव के विकास पांडे नामक युवक ने एसपी के पास फोन करके 8 बजे रात में इसकी सूचना दी। एसपी के निर्देश पर चैनपुर के इंस्पेक्टर रात 8:30 बजे पहुंचे। परिजनों का कहना था कि जिस समय सूचना दी गई यदि पुलिस कार्रवाई करती तो सूरज की जान नहीं जाती। बच्चे के सिर पर चोट के निशान हैं।
आपको बताते चले कि ग्रामीणों का आक्रोश बढ़ता जा रहा था। लोग शव नहीं उठने दे रहे थे। तब ग्रामीणों की सूचना पर स्थानीय विधायक जमा खान पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समाया। कहा कि पुलिस मामले की छानबीन करेगी। जो जरूरी कार्रवाई होगा, वह पुलिस करेगी। इसके बाद करीब 10:30 बजे के करीब पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया। इधर एसपी दिलनवाज अहमद ने कहा कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। शीघ्र की इसका पर्दाफाश किया जाएगा। पुलिस पर जो लापरवाही का आरोप लगा है उसकी भी जांच होगी। लापरवाही पकड़ी गई तो कार्रवाई की जाएगी।
सूरज पासवान के शव को देखकर स्वजन समेत ग्रामीणों की आंखें भी नम हो उठीं। लोगों ने बताया कि शिव पूजन पासवान एवं उनके छोटे भाई रामधनी पासवान दो भाइयों के परिवार के बीच सूरज इकलौता चिराग था। इन दोनों के इसके अतिरिक्त एक भी बच्चा दोनों परिवार में नहीं है। अपने लाडले के गम में बच्चे की माता अचेत हो गई है। ढाढ़स बंधाने वाले ग्रामीण भी खुद पर काबू नहीं रख पा रहे। गांव में मातम पसरा है।