सीवान। व्हीएसआरएस न्यूज:जिले में धान के फसल की कटनी के बाद फसलों के अवशेष (पराली) जलाने वाले किसानों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। साथ ही तीन साल के लिए निबंधन को रद करते हुए सरकार से मिलने वाले सभी प्रकार के लाभों से वंचित किया जाएगा। इसको लेकर कृषि विभाग ने जिला कृषि पदाधिकारी को निर्देशित किया है। जिला कृषि पदाधिकारी जयराम पाल ने बताया कि इसको लेकर प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक व कृषि सलाहकार को यह निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण कर खेतों में पराली नहीं जलाने के लिए किसानों को जागरूक करेंगे। इसके बाद भी अगर किसानों द्वारा आदेश का उल्लंघन करते हुए खेतों में पराली जलाई जाती है, तो उनकी पहचान कर उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की अनुशंसा करेंगे। साथ ही यदि उस परिवार में कोई अन्य किसानों का निबंधन हुआ है, तो उसकी भी निबंधन रद करने की कार्रवाई की जाएगी। तीन प्रखंडों में किया गया है चिह्नित :
जिला कृषि कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा सैटेलाइट के माध्यम से जिले के आंदर, दरौली व सिसवन प्रखंड में पराली जलाने का मामला सामने आया है। इसको लेकर संबंधित प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक व कृषि सलाहकार को उनकी पहचान कर जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। जिला कृषि पदाधिकारी ने संबंधित प्रखंड में इस तरह की घटना होने के बाद प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक व किसान सलाहकार के खिलाफ भी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
खेतों में पराली जलाने से जहां खेतों की उर्वरा शक्ति कम हो जाती है, वहीं वायुमंडल में प्रदूषण भी तेजी से फैलता है। इस कारण सरकार लगातार खेतों में पराली नहीं जलाने का निर्देश दे रही है। पराली खेतों में जलाने से रोकने के लिए विभाग के द्वारा पराली काटने वाले चार यंत्रों पर 75 से 80 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जा रहा है। इन यंत्रों में हैप्पी सीडर, रोटरी मल्चर, एक्स्ट्रा बेलर और एक्स्ट्रा रीपर शामिल हैं।
वही जिला कृषि पदाधिकारी, सिवान जयराम पाल ने बताया कि खेतों में पराली जलाने वाले किसानों के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए निबंधन रद करने के साथ प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश विभाग से प्राप्त हुआ है। सैटेलाइट के माध्यम से जिले के तीन प्रखंडों में पराली जलाने का मामला सामने आया है। इसकी जांच करने का निर्देश संबंधित प्रखंड के कृषि कर्मचारियों को दी गई है। जांच के बाद अग्रतर कार्रवाई की जाएगी।