पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: बिहार के बक्सर जिले का एक शख्स एक दिन के लिए दिल्ली सल्तनत का बादशाह बना था। इसकी एक अलग और काफी पुरानी कहानी है। ऐसी नई कहानी है मुजफ्फरपुर के दिव्यांग अनुभव राज की, जो एक दिन के लिए बिहार के राज्य नि:शक्तता आयुक्त बने। अपने एक दिन के कार्यकाल में ही उन्होंने दिव्यांगों का दर्द दूर करने की बड़ी कोशिश की।
बसों में दिव्यांगों के लिए आरक्षित करने का निर्देश
आज एक दिन के लिए राज्य निशक्तता आयुक्त बनते ही मुजफ्फरपुर के दिव्यांग अनुभव राज ने दिव्यांगों के हित में फैसला देकर दिल जीत लिया। उन्होंने राज्य की सभी बसों में निशक्तजनों को सुविधा उपलब्ध कराने और स्कूलों के साथ बस अड्डों पर रैंप लगाने का आदेश पारित किया। बसों में दिव्यांग के लिए स्थान आरक्षित करने का भी निर्देश दिया गया।
कुर्सी पर बैठे अनुभव को अधिकारी ने किया सम्मानित
वही राज्य निशक्तता आयुक्त डॉ शिवाजी कुमार ने मुजफ्फरपुर के दिव्यांग अनुभव राज (सेरेब्रल पाल्सी से पीडि़त) को एक दिन का राज्य निशक्तता आयुक्त बना उसकी इच्छा पूरी की। कुर्सी पर बैठे अनुभव राज को बुके देकर सम्मानित किया गया। अनुभव ने अपनी कविता भी सुनाई।
एक महीने के अंदर होगा सभी आदेशों का अनुपालन
इस बारे में डॉ शिवाजी कुमार ने कहा कि कार्यालय गौरवान्वित महसूस कर रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी आदेशों का एक महीने के अंदर अनुपालन होगा। इस मौके पर सिविल सोसाइटी फोरम की सचिव मधु श्रीवास्तव, अधिवक्ता, अनुभव के माता-पिता डॉ. आरती कुमारी एवं माधवेंद्र प्रसाद, नई दिशा परिवार के सचिव राजेश राज, नवशक्ति निकेतन के सचिव कमलनयन श्रीवास्तव आदि उपस्थित थे।
यहां जानिए क्या है सेरेब्रल पाल्सी
आपको बताते चले कि सेरेब्रल पाल्सी एक प्रकार का न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है। इस बीमारी की वजह से बच्चों में सामान्य शारीरिक विकास, चलने-फिरने की क्षमता प्रभावित होती है। इस बीमारी से ग्रसित बच्चे को किसी चीज को पकड़ने या फिर चलने में मुश्किल होती है। ऐसी बीमारी की वजह सामान्य तौर पर मस्तिष्क के एक खास हिस्से में चोट लगना होता है।