पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नेतृत्व में नई सरकार के गठन के पौने तीन महीने बाद कैबिनेट का विस्तार कर दिया गया। मंगलवार को कुल 17 मंत्रियों को राज्यपाल फागू चौहान ने शपथ दिलाई, जिसके बाद नीतीश सरकार में मंत्रियों की संख्या बढ़कर 31 हो गई।
आज मंगलवार को नए मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया। केंद्र में मंत्री रहे भाजपा के शाहनवाज हुसैन को उद्योग विभाग, नितिन नवीन को पथ निर्माण विभाग दिया गया है। विदित हो कि बिहार में एनडीए सरकार के गठन के बाद करीब पौने तीन महीने से कैबिनेट विस्तार लटका हुआ था। आज मंगलवार को बीजेपी के नौ तथा जेडीयू के आठ नए मंत्रियों ने शपथ ली।
शाहनवाज हुसैन ने उर्दू तो संजय झा व आलोक रंजन झा ने मैथिली में शपथ ग्रहण किया। नीतीश कैबिनेट के सबसे कम उम्र के मंत्री बांका की अमरपुर सीट से 33 साल के जेडीयू विधायक जयंत राज बने हैं। कैबिनेट विस्तार में सबसे अधिक गोपालगंज जिला से तीन लोगों को मंत्रिमंडल में जगह मिली है तो एकमात्र महिला चेहरा लेसी सिंह हैं। मुस्लिम समुदाय की बात करें तो जेडीयू से जमां खान तो बीजेपी से शाहनवाज हुसैन मंत्रिमंडल में शामिल किए गए हैं। मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारा भी हो चुका है।
भाजपा कोटे से मंत्रियों को मिले ये विभाग
शाहनवाज हुसैन – उद्योग
नितिन नवीन – पथ निर्माण विभाग
नारायण प्रसाद – पर्यटन विभाग
सुभाष सिंह – सहकारिता विभाग
नीरज सिंह बबलू – पर्यावरण , वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग
प्रमोद कुमार – गन्ना उद्योग विभाग
सम्राट चौधरी – पंचायती राज विभाग
आलोक रंजन झा -कला संस्कृति एवं युवा विभाग
जनक राम – खान एवं भूतत्व विभाग
जदयू कोटे से मंत्रियों को मिले ये विभाग
लेसी सिंह- खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग
सुमित सिंह – विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग
संजय झा – जलसंसाधन, सूचना एवं जनसंपर्क सहकारिता
श्रवण कुमार – ग्रामीण विकास विभाग
मदन सहनी – समाज कल्याण विभाग
जयंत राज – ग्रामीण कार्य विभाग
जमां खान – अल्पसंख्यक विभाग
सुनील कुमार – मद्य निषेध, उत्पाद विभाग
हालाँकि कैबिनेट विस्तार के बाद भाजपा कोटे के मंत्रियों की संख्या 16 हो गई, जबकि जदयू कोटे में मुख्यमंत्री समेत 13 मंत्री हैं। इसके अलावा हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और वीआइपी के एक-एक मंत्री है।
वही विधानसभा चुनाव के बाद 16 नवंबर को नीतीश कुमार के 15 सदस्यीय मंत्रिमंडल ने शपथ ली थी। बाद में जदयू कोटे के एक मंत्री मेवालाल चौधरी को आरोपों के बाद इस्तीफा देना पड़ा था, जिससे सीएम समेत मंत्रियों की संख्या 14 रह गई थी।
नए चेहरों को मिली जगह
आपको बताते चले की कैबिनेट विस्तार में पूर्व केंद्रीय मंत्री मो. शाहनवाज हुसैन को शामिल किया गया है। भाजपा ने कुछ दिन पहले उन्हें विधान परिषद का सदस्य बनाया है। पूर्व सांसद जनक राम को भी तरजीह दी गई है। वह अभी किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। उन्हें एमएलसी मनोनीत किया जा सकता है। खास बात यह कि भाजपा ने प्रदेश में अपने पुराने चेहरों को दरकिनार कर दिया है। सुशील कुमार मोदी को पहले ही राज्यसभा सदस्य बनाकर प्रदेश की राजनीति से हटा दिया गया था। अब दो पुराने बड़े चेहरे प्रेम कुमार एवं नंद किशोर यादव को भी कैबिनेट विस्तार में जगह नहीं दी गई है। भाजपा के नौ नए मंत्रियों में आठ नए चेहरे हैं।
सूची का था अरसे से इंतजार
कैबिनेट विस्तार में विलंब हो रहा था। पटना से दिल्ली तक भाजपा विमर्श में जुटी थी। नफा-नुकसान के आधार पर समीकरण बनाए जा रहे थे। इस बीच नीतीश कुमार को भाजपा की सूची का इंतजार था। उन्हें कई बार कहना पड़ा कि जिस दिन सूची मिल जाएगी, उसके अगले दिन कैबिनेट विस्तार कर दिया जाएगा। आखिरकार डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद ने सोमवार ( 8 फरवरी) की शाम सीएम आवास में जाकर भाजपा की सूची सौंपी, जिसके बाद कैबिनेट विस्तार का रास्ता खुला।