आरा| व्हीएसआरएस न्यूज: भोजपुर जिले के जगदीशपुर थाना क्षेत्र अन्तर्गत पीरो-बिहिया स्टेट हाइवे पर रामदास टोला पेट्रोल पंप के समीप शुक्रवार की रात अनियंत्रित ट्रक ने तीन लोगों को रौंद दिया। जिसमें दो दोस्तों की मौत हो गई। जबकि, गंभीर रूप से घायल एक युवक का इलाज सदर अस्पताल, आरा में चल रहा हैं । मृतकों में जगदीशपुर के रामदास टोला निवासी रामायण सिंह का 18 वर्षीय पुत्र संजीत कुमार तथा मदन सिंह का 25 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार शामिल है। इस दौरान दुर्घटना में मौत से आक्रोशित लोगों ने जगदीशपुर रेफरल अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की। रेफरल अस्पताल के प्रभारी के आवास पर भी तोड़फोड़ की गई।
आक्रोशित ग्रामीण डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही बरते जाने का आरोप लगा रहे थे। इस दौरान जगदीशपुर के राजद विधायक राम विशुन सिंह लोहिया ने अस्ताल पहुंचकर हादसे के बारे में जानकारी ली। आक्रोशित ग्रामीणों ने इलाज में लापरवाही बरते जाने का आरोप लगा कर काफी देर बवाल काटा। बाद में जगदीशपुर एसडीपीओ श्याम किशोर रंजन व सीओ जय राम प्रकाश ने वहां पहुंचकर स्थिति को संभाला। शनिवार की सुबह दोनों शवों का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल, आरा में कराया गया। पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है। चालक फरार बताया जाता है।
मूर्ति विसर्जित कर लौटने के दौरान हुआ हादसा
मिली जानकारी अनुसार जगदीशपुर के रामदास टोला गांव के लोग जगदीशपुर के पुराना पोखरा से मूर्ति विसर्जन कर वापस लौट रहे थे, तभी रामदास टोला पेट्रोल पंप के समीप अनियंत्रित ट्रक ने तीन लोगों को रौंद दिया। ग्रामीणों द्वारा तीनों घायलों को इलाज के लिए जगदीशपुर नगर के रेफरल अस्पताल लाया गया ।जहां ,इलाज के दौरान रामदास टोला निवासी रामायण सिंह के पुत्र संजीत कुमार ने दम तोड़ दिया। वहीं दो अन्य गंभीर रूप से घायल रामदास टोला निवासी मनीष कुमार एवं सतीश कुमार को उचित इलाज के लिए सदर अस्पताल ,आरा भेज दिया गया। लेकिन, गंभीर रूप से घायल मनीष ने सदर अस्पताल, आरा से पटना ले जाने के दौरान रास्ते में दम तोड़ दिया।
चिकित्सक पर लगाया लापरवाही का आरोप
आपको बताते चले कि इधर, आक्रोशित ग्रामीणों राधे राम, अभिमन्यु कुमार, अनीश कुमार, रमेश कुमार, बीर बहादुर राम ने बताया कि तीनों घायलों को हमलोग इलाज के लिए जब रेफरल अस्पताल लाए तो चिकित्सक ने तत्काल इलाज शुरू नहीं कर कागजी कार्रवाई पूरा करने में लगे रहे। टालमटोल करने लगे। लगभग 40 मिनट के बाद घायलों का इलाज शुरू हुआ। तब तक एक घायल संजीत कुमार ने दम तोड़ दिया। जिसके बाद आक्रोश भड़क उठा। अस्पताल कक्ष के टेबुल व कुर्सी को तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया।