मुजफ्फरपुर| व्हीएसआरएस न्यूज: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने मैट्रिक के परीक्षार्थियों को जूता पहनकर आने की छूट दी है। बोर्ड की ओर से ठंड को देखते हुए छात्र-छात्राओं को परेशानी नहीं हो इसको देखते हुए छूट दी गई है। परीक्षा की तैयारी को लेकर सभी तैयारियां कर ली गई हैं। डीईओ अब्दुस सलाम अंसारी ने बताया कि कुछ केंद्रों पर बेंच-डेस्क की कमी की शिकायत की गई थी। जिसे पूरा कर दिया गया है। बताया कि परीक्षा में प्रत्येक वीक्षक 25 छात्र-छात्राओं की जांच करेंगेे। साथ ही परीक्षा से पूर्व शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करेंगे कि उन्होंने जांच के बाद ही परीक्षार्थियों को प्रवेश कराया है। वहीं पदाधिकारियों के औचक निरीक्षण के क्रम में यदि कदाचार का मामला सामने आता है तो वीक्षक पर भी कार्रवाई की जाएगी।
मिली जानकारी अनुसार कदाचार रोकने के उद्देश्य से बोर्ड ने 10 सेट में प्रश्नपत्र तैयार किए हैं। ए से जे तक प्रश्नपत्र के सेट परीक्षार्थियों को दिए जाएंगे। डीईओ ने कहा कि पहली बार परक्षार्थियों को वस्तुनिष्ठ और दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों को हल करने का विकल्प मिलेगा। परीक्षार्थियों को दी जाने वाली उत्तरपुस्तिका और ओएमआर शीट पर पहले से ही फोटो और पूरी जानकारी अंकित रहेगी।
जिले में 74 केंद्रों पर मैट्रिक की परीक्षा का संचालन किया जाएगा। 39 केंद्रों पर छात्राएं और 35 केंद्रों पर छात्र परीक्षा देंगे। चार केंद्रों को आदर्श के रूप में चिह्नित किया गया है। मैट्रिक परीक्षा में जिले में कुल 78 हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे।
केंद्रों पर लगाए गए सीसी कैमरे
परीक्षा को लेकर सभी केंद्रों पर सीसी कैमरे लगा दिए गए हैं। वहीं परीक्षार्थियों के प्रवेश, उनकी जांच से लेकर प्रश्नपत्र और उत्तरपुस्तिका वितरण तक परीक्षा की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी। कोरोना को लेकर दिए गए दिशा निर्देशों का भी पालन करने का निर्देश दिया गया है। परीक्षार्थी, वीक्षक और कर्मचारी मास्क लगाकर ही केंद्र में प्रवेश करेंगे। जो परीक्षार्थी मास्क लगाकर नहीं आएंगे उन्हें केंद्र पर मास्क उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।
योगदान नहीं करने वाले वीक्षकों पर होगी कार्रवाई
आपको बताते चले कि मैट्रिक परीक्षा के संचालन के लिए 3300 वीक्षकों की प्रतिनियुक्ति केंद्रों पर की गई थी। इन्हें सोमवार तक योगदान करना था। लेकिन, इसमें से 350 वीक्षकों ने योगदान नहीं किया। डीईओ ने कहा इन शिक्षकों से स्पष्टीकरण पूछा गया है वहीं इसके खिलाफ कार्रवाई की कवायद शुरू हो गई है। बताया कि इनके स्थान पर 350 नए शिक्षकों को प्रतिनियुक्त कर दिया गया है।