पूर्वी चंपारण| व्हीएसआरएस न्यूज: बैंक कर्मियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही और जिले में दो दिनों के अन्दर तीन हजार करोड़ का बैकिंग कारोबार प्रभावित हुआ।क्लीयरिंग हाउस बन्द रहने से कोई चेक आहरण नहीं हुआ। बैंकों के डाटा सेन्टर प्रभावित होने से इन्टरनेट बैकिंग पर भी असर पड़ा। सुबह से ही एटीएम के सामने ग्राहकों की लम्बी लाइन दिखी परन्तु बैंक बन्द होने से कैस फीड नहीं हो सका। ग्राहकों को एटीएम से पैसे नहीं निकलने के कारण निराश होना पड़ा। इसका असर बाजार में नकदी खरीद फरोख्त पर पड़ा। हड़ताल में ग्रामीण बैंक के शामिल होने से हड़ताल का असर शहरों से लेकर दूर दराज की गांवों में भी देखने को मिला। इस क्रम में यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स के संयोजक डीएन त्रिवेदी ने बताया कि दो दिनो की सफल हड़ताल के बाद भी अगर सरकार निजीकरण का प्रस्ताव वापस नहीं लेती है तो बैंक यूनियन्स के पास अनिश्चितकालीन हड़ताल एक मात्र विकल्प है, जिसका खामियाज़ा सरकार को भुगतना होगा।
हड़ताल की सफलता के लिए स्टेट बैंक अधिकारी एसोसिएशन के जिला सचिव विकास रंजन, बिहार प्रोविन्सीयल बैंक इम्पलाईज एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष पंकज कुमार श्रीवास्तव व ऑल इण्डिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन के जिला सचिव सुरेन्द्र सिंह के संयुक्त नेतृत्व में हड़ताल के दूसरे दिन बाईक रैली निकली। स्टेट बैंक की बाजार शाखा में इकट्ठा होकर बैंक सैकड़ों बैंक कर्मी मुख्य मार्ग से होते हुए जॉन पुल व रेलवे स्टेशन होकर चॉदमारी से स्टेट बैंक कचहरी शाखा पहुंचे। रास्ते में पड़ने वाले सभी बैंकों के समक्ष प्रदर्शन किया और अन्त मे गॉधी मैदान के पास गाधी जी की प्रतिमा के समक्ष सभा हुई,जिसे विभिन्न ट्रेड यूनियन के नेता संबोधित किया।
विभिन्न बैंको की ओर से धनन्जय भारती, आज, कुमार सिंह, लीलाधर झा, गौतम कुमार झा, प्रवीण कुमार, अमित कुमार, ऐ के दूबे, प्रेम कुमार, नसीम अख्तर,चन्द्र शेखर सिंह, मनोरंजन सिंह, विजय सिंह, डी के दास, आलोक कुमार,अभिषेक कुमार, आलोक रंजन, कृष्णा, अशोक जायसवाल, सुनील कुमार और शम्भू यादव ने संबोधित किया।