पंचदेवरी। व्हीएसआरएस संवाददाता: नल-जल योजना में व्यापक स्तर पर धांधली हुई है। पंचदेवरी प्रखंड की कई पंचायतों में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। साहब लोगों की मेहरबानी से दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। लोगों को शुद्ध पेयजल मिलेगा या नहीं,इसकी परवाह किसी को नहीं है। जिस उद्देश्य से सरकार ने इस योजना की शुरुआत की थी,उससे यह काफी दूर है। धरातल पर इसकी स्थिति कुछ और ही है।
मिली जानकारी के अनुसार प्रखंड की विभिन्न पंचायतों में ग्रामीणों ने जब विरोध में आवाज उठायी, तो जांच के नाम पर सिर्फ कोरम पूरा कर दिया गया। योजना को शीघ्र पूरा करने का निर्देश संबंधित जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों को दे दिया गया। निर्धारित समय में पूरा नहीं होने पर कार्रवाई की बात भी कही गयी,लेकिन हुआ कुछ नहीं। विभाग के वरीय पदाधिकारियों से लेकर स्थानीय पदाधिकारियों ने चुप्पी साध ली। न काम हुआ और न ही कार्रवाई। कई वार्डों में तो इस तरह का मामला भी सामने आया है कि रुपये की निकासी कर ली गयी है ,लेकिन उस अनुपात में काम नहीं हुआ है। जिन वार्डों में काम नहीं हुआ है,वहां इसका विरोध भी है,लेकिन इसका कोई सकारात्मक प्रभाव नहीं दिख रहा। दो-तीन पंचायतों को छोड़ दिया जाये, तो प्रखंड की अन्य सभी पंचायतों में इस योजना की स्थिति अच्छी नहीं है। इन वार्डों में सिर्फ पानी टंकी दिख रही है। लोगों को पेयजल नहीं मिल पा रहा। सिर्फ दिखावे के लिए पानी टंकी लगवा दी गयी है। वहीं,कई वार्डों में स्थिति यह है कि काम पूरा होने के बाद भी पानी की सप्लाइ नहीं दी जाती है। घटिया सामग्री लगायी गयी है। डर है कि कहीं अधिक देर तक पानी की सप्लाइ देने पर पोल न खुल जाए। वार्ड के लोग यह शिकायत न करें कि यहां पानी की सप्लाइ नहीं होती है,इसलिए प्रतिदिन सिर्फ दिखावे के लिए टंकी चालू कर दी जाती है और 10-15 मिनट बाद फिर बंद कर दी जाती है। प्रखंड की नौ पंचायतों के 128 वार्डों में नल-जल योजना का काम शुरू हुआ था। इनमें सौ से अधिक वार्डों में काम पूरा हो जाने का दावा किया जा रहा है,लेकिन वास्तविकता यह नहीं है। आधे से अधिक वार्डों में लोगों को नल का शुद्ध जल नसीब नहीं हो रहा है।
वहीं पंचदेवरी बीडीओ मनीष कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि मगहिया व बनकटिया सहित कई पंचायतों में शिकायत मिल रही है। नल-जल योजना की गंभीरता से जांच की जा रही है। जहां गड़बड़ी मिलेगी,वहां कार्रवाई तय है।