सुपौल। व्हीएसआरएस न्यूज: नेशनल हाईवे पर गढिया चौक समीप आज गुरुवार की सुबह सड़क दुर्घटना में 35 वर्षीय प्रदीप शर्मा की मौत हो गई। दुर्घटना के वक्त मृतक प्रदीप सिमराही बाजार से सब्जी बेचकर अपने घर माकर गढ़िया लौट रहे थे। दुर्घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घर लौटते समय नेशनल हाईवे के कट मोड़ पर प्रदीप बगल में मोटरसाइकिल खड़ी कर पीछे से आ रहे गाड़ी को देख रहे थे ताकि वह विपरीत दिशा से हाईवे के दाहिनी ओर जाकर अपने घर पहुंच सके। उसी दौरान निकाह कर लौट रहे बारात के एक गाड़ी ने उसके खड़ी मोटरसाइकिल में जबरदस्त टक्कर मार दिया।
वही टक्कर लगते हैं प्रदीप काफी ऊंचा जाकर हाईवे पर गिरा और उसकी स्थल पर मौत हो गई। उसी दौरान बारात की अन्य गाड़ियां पीछे से वहां पहुंच गई। फिर बारात के लोगों ने मृतक प्रदीप को उठाकर अपने एक गाड़ी में बैठा दिया तथा सीट बेल्ट लगाकर उसे ले भागने का प्रयास किया। दुर्घटना के वक्त स्थल से महज 10 कदम की दूरी पर एक होटल में कुछ लोग बैठे थे जो दौड़कर वहां पहुंच गए। लोगों ने जबरन चार चक्के के वाहन को रोक लिया और शोर मचाया। शोर मचाते हैं कई लोग वहां पहुंच गए और बारात के दो गाड़ी को घेर लिया। उसी में एक गाड़ी में मृतक भी सीट बेल्ट से बंधा था।
हालांकि गुस्से में लोगों ने एक स्कॉर्पियो तथा एक मारुति को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना सूचना मिलते ही भपटियाही थाना अध्यक्ष राघव शरण पुलिस बल के साथ वहां पहुंचे तब तक लोग मृतक को लेकर सिमराही निकल चुके थे। सिमराही अस्पताल जाने पर उसे मृत घोषित करने पर पुनः सबको लाकर हाईवे पर रख लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया। आक्रोशित लोग 4 घंटे तक हाइवे को जाम रखा जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। थाना अध्यक्ष राघव शरण प्रखंड विकास पदाधिकारी अरविंद कुमार अंचलाधिकारी संजय कुमार प्रमुख विजय कुमार यादव भाजपा नेता विजय कुमार सिंह मोहन झा सहित अन्य लोग बार-बार लोगों को समझाने का प्रयास किए लेकिन लोग नहीं मान रहे थे।
थाना अध्यक्ष के सूचना पर किशनपुर तथा अन्य थाना की पुलिस भी वहां पहुंच गई। आखिरकार काफी समझाने बुझाने के बाद लोग शांत हुए तब जाकर जाम हटा। जाम में शामिल लोगों का कहना था कि मृतक प्रदीप शर्मा इकलौता भाई था और उसी के बल पर परिवार का भरण-पोषण चल रहा था। अब उनके वृद्ध माता-पिता तथा 5 बच्चे का परवरिश कैसे होगा यह सोचनीय हो गया है। इस कारण प्रशासन उसे दुर्घटना स्थल पर ही तत्काल मुआवजा दे। प्रमुख तथा प्रशासन के अधिकारी ने नियमानुसार सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया तब लोग शांत हुए।
आपको बताते चले कि दुर्घटना के बाद मृतक के पत्नी सहित अन्य परिजनों में कोहराम मचा है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है तथा क्षतिग्रस्त दोनों गाड़ी को कब्जे में ले लिया है। दुर्घटना के समय गाड़ी पर सवार लोगों को पुलिस ने कुछ लोगों के सहयोग से एक घर में बंद कर दिया था जिस कारण कोई अप्रिय घटना नहीं घटी।