भागलपुर। व्हीएसआरएस संवाददाता: भागलपुर के मायागंज मोहल्ले में सोमवार को थाने में हिरासत में लिए गए संजय अकेला की मौत हो गई। घटना बरारी थानाक्षेत्र में है। इस घटना के विरोध में सोमवार की देर रात से ही लोग आंदोलन कर रहे हैं। मंगलवार की सुबह काफी संख्या में लोग बरारी थाना पहुंच गए। जहां सभी ने थाने का घेराव किया।
परिजनों ने आरोप है कि पुलिस की सख्ती से संजय अकेला की मौत हुई है। सोमवार को मायागंज के दो टोले में हुए विवाद से संजय अकेला का कोई लेना देना नहीं था। पुलिस ने उसे पकड़कर थाने लेते गया। वहां सख्ती से पूछताछ की। जबकि घटना के समय संजय वहां था भी नहीं।
मिली जानकारी अनुसार पुलिस दबाव में वह सदमे में आ गया और उसकी मौत हो गई। हालांकि पुलिस ने कहा कि उसकी तबियत खराब हो गई थी, इस कारण उसे जेएलएनएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हुई है।
विरोध प्रदर्शन को देखते हुए एसएसपी निताश गुड़िया वहां पहुंची। काफी संख्या में पुलिस बल वहां मौजद थे। वहीं एसएसपी ने बरारी थानाध्यक्ष प्रमोद साह पर कार्रवाई करने के संकेत दिए हैं। इस बीच शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए ले जाया जा रहा था, इसी दौरान लोग और उग्र हो गए। उग्र भीड़ ने एम्बुलेंस रोकने की कोशिश की लेकिन स्थिति को भारी संख्या में मौजूद पुलिस बल और सामाजिक कार्यकर्ता अशोक यादव, पंकज यादव, जिंतेद्र यादव, प्रदीप लाल यादव आदि ने संभाल लिया।
बेटी का कहना था की उसके पिता तो ड्यूटी से तुरन्त बांका के कटोरिया से आ रहे हैं, इस झगड़े से उनका क्या लेनादेना। लेकिन पुलिस उसे भी गले मे पड़े गमछे पकड़ घसीटते हुए जिप्सी में बैठा कर थाने लेते चली आई। बेटी मोनिका रोती रही लेकिन उसकी आवाज पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। उसने यह भी कहा कि पिता की तबियत ठीक नहीं रहती पर किसी ने उसकी एक नहीं सुनी। थाने ले जाकर संजय से पुलिस घटना के संबंध में सख्ती से पूछताछ की गई। उसी दौरान उसकी तबियत अचानक बिगड़ गई और वह पसीना- पसीना हो थरथराने लगा।
बरारी पुलिस का कहना है कि संजय की तबियत खराब होने की शिकायत पर जवाहरलाल नेहरू अस्पताल मायागंज के आपतकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी मौत हृदय गति रुक जाने से हो गई। इधर संजय अकेला की पत्नी, परिजन आदि का कहना है कि पुलिस जब उसे घर के पास से पकड़ कर ले गई तो वहां सख्ती से पेश आई। गले मे पड़े गमछे को खींच कर उसे निर्दयता से घसीट थाने में पीटा। जबकि वह बाहर से तुरन्त घर पहुंचा था। पत्नी बेटी आदि का आरोप है कि थाने में ही उसकी मौत हो गई।
इस बीच बरारी थानाध्यक्ष प्रमोद साह को निलंबित कर दिया गया है। उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई का भी आदेश दिया गया है। एसडीओ आशीष नारायण ने कहा कि सरकारी कर्मचारी होने के नाते सरकार जो भी सहायता राशि और अनुकंपा के आधार पर नौकरी दिए जाने का प्रावधान होगा वह किया जाएगा। एडीएम राजेश झा राजा, एसडीओ आशीष नारायण और बड़ी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सिंचाई कर्मचारी संजय कुमार का शव पोस्टमार्टम कराकर बरारी श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार कराया गया।
घटना की सूचना मिलने पर विधायक अजीत शर्मा वहां पहुंचे। विधायक ने कहा कि मृतक के स्वजनों को न्याय मिलेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस संबंध जानकारी देने की बात कही। उन्होंने कहा कि उनके स्वजन को नौकरी दिलाने के लिए प्रयास किया जाएगा।
मृतक संजय कुमार अकेला बांका जिले के कटोरिया में लघु सिंचाई विभाग में तैनात थे। वे वहां वरीय कर्मचारी थे। घटना के बाद उनकी पत्नी गायत्री देवी के अलावा दो बेटियां मोनिका भारती, अंकिता रजनी और बेटा अनिमेष आंनद के सामने दुख का पहाड़ टूट पड़ा है।
आपको बताते चलें कि मायागंज पासवान टोले के रामस्वरूप पासवान और शीश पासवान व ग्वाल टोली के लुचो यादव के स्वजनों के बच्चे में कहासुनी हुई थी। ग्वाल टोली के कई लोग पासवान टोला पहुंच शीश, रामस्वरूप आदि के घर घुसकर मारपीट की। सूचना पर पुलिस वहां पहुंची। अवर निरीक्षक दुर्गानंद हांसदा को भी लोगों ने पीट दिया। इसके बाद अधिक संख्या में पुलिस बल को वहां तैनात किया गया। सिटी एएसपी पूरण कुमार झा भी वहां पहुंचे। इसी दौरान बाहर से आ रहे संजय अकेला को पुलिस ने रास्ते से उठा लिया। बाद में उसकी मौत थाने में हो गई।