पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: बिहार विधानसभा में मंगलवार को हुई घटना के बाद बुधवार को भी विरोध-प्रदर्शन का सिलसिला चलता रहा। कुछ विधायक आंखों पर काली पट्टी बांधकर पहुंच गए। कुछ ने बांहों पर काली पट्टी बांध रखी थी। इन सबके बीच विपक्षी दलों की महिला विधायक चूड़ियां लेकर पहुंच गईं। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला। वहीं विधान परिषद में राजद के विधान पार्षदों ने चूड़ियां दिखाईं। इसके बाद सदन की कार्रवाही स्थगित कर दी गई।
सरकार के लिए लाई हैं ये चूड़ियां
विधानसभा परिसर में चूड़ियां दिखा रहीं महिला विधायक सदन की मर्यादा तार-तार होने का आरोप लगा रही थीं। उनका कहना था कि सदन में जिस तरह से महिला विधायकों से बदसलूकी की गई। विधायकों के साथ मारपीट की गई। यह लोकतंत्र के इतिहास पर काले धब्बे की तरह है। गया के शेरघाटी विधानसभा की राजद विधायक मंजू अग्रवाल ने कहा कि ये चूड़ियां वे सरकार के लिए लाई हैं। सरकार एक ओर महिला सशक्तीकरण की बात करती है। लेकिन दूसरी ओर उन्हें अपमानित कर सदन से बाहर धकेल दिया जाता है। जब महिला जनप्रतिनिधि के साथ ऐसा सलूक किया जा रहा है तो आम महिलाओं की सुरक्षा क्या करेगी।महिला विधायकों का कहना था कि वे यह चूड़ियां नीतीश कुमार को भेंट करेंगी। सदन में धक्के मारकर हमें बाहर निकाल दिया गया।
विधान परिषद की वेल में बैठे राजद के एमएलसी
उधर विधान परिषद में भी राजद के विधान पार्षद चूड़ी के साथ प्रदर्शन करने लगे। यह देख सभापति ने सदन की कार्रवाई स्थगित कर दी। तब राजद एमएलसी वेल में ही धरना पर बैठ गए। कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्रा ने सरकार विरोधी नारे लगाए। राजद नेता रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि सदन में बाहरी पुलिस बुलाना गलत है। अपने कार्यकाल में उन्होंने पहली बार ऐसा देखा कि सदन में बाहर से पुलिस बुलाकर विधायकों को पीटा गया। यह अत्यंत निंदनीय है।