रजौली| व्हीएसआरएस न्यूज: बुधवार की शाम एनएच-31 पर हुए सड़क हादसे में घायल महिला की इलाज के दौरान नवादा ले जाने के क्रम में हुई मौत के बाद गुरुवार की अहले सुबह आक्रोशित परिजनों ने पटना रांची रोड एनएच-31 रजौली बाईपास चौक को जाम कर दिया। आक्रोशित लोगों ने एनएच पर सभी मोड़ पर टायर जलाकर आगजनी की।
एनएच को जाम कर दिए जाने के कारण दोनों तरफ वाहनों का लंबा जाम लग गया। इसमें झारखंड की ओर से कोलकाता से आने वाली बसें व पटना की ओर जाने वाली यात्री बसें भी फंसी रही। मृतक के परिजनों द्वारा एनएच को जाम कर दिए जाने की सूचना पर थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी, बीडीओ प्रेम सागर मिश्र, एडिशनल एसएचओ मनीष कुमार, एसआई संजय कुमार सिन्हा दल-बल के साथ वहां पहुंचे। पुलिस व प्रशासन ने मृतक के आक्रोशित परिजनों को समझाने-बुझाने की काफी कोशिश की। बावजूद पुलिस-प्रशासन की एक न चली। महिला की मौत के बाद मृतक के परिजनों ने काफी हंगामा किया।
लगभग 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस-प्रशासन को जाम तोड़वाने में सफलता मिली। बीडीओ प्रेम सागर मिश्र व थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर दरबारी चौधरी व मुखिया प्रतिनिधि नवशीष कुमार ने आक्रोशित लोगों को समझा-बुझाकर जाम तुड़वाया। मृतक की अंत्येष्टि के लिए तत्काल कबीर अंत्येष्टि योजना के तहत मुखिया प्रतिनिधि नवशीष कुमार द्वारा 3 हजार रुपये दिए गए। साथ ही सड़क हादसे में महिला की मौत के बाद दुर्घटना के मुआवजे के तौर पर 20 हजार रुपये का चेक देने की बात कही गई। बीडीओ प्रेम सागर मिश्र ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा परिवारिक लाभ के तहत मृतक के परिजनों को हरसंभव मदद की जाएगी। थानाध्यक्ष ने कहा कि मृतक महिला के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। उसके बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा मृतक महिला के परिजनों से लिखित आवेदन मांगा गया ह,आवेदन मिलते ही प्राथमिकी दर्ज कर आगेे की कार्रवाई की जाएगी।
आपको बताते चले कि बुधवार की देर शाम रजौली थाने के घसियाडीह गांव निवासी महावीर मांझी की पत्नी कौशल्या देवी बेटे दिनेश मांझी व एक युवक पति मांझी के बेटे प्रमोद मांझी के साथ श्राद्ध कार्यक्रम से हरदिया से लौटकर अपने घर घसियाडीह जा रही थी। इसी क्रम में रजौली बाईपास चौक पर झारखंड की ओर से आ रहे स्विफ्ट डिजायर कार ने पीछे से बाइक में टक्कर मार दी। जिससे मां-बेटा समेत तीनों लोग गंभीर रुप से घायल हो गए थे। इलाज के दौरान महिला की स्थिति काफी गंभीर हो जाने के कारण उसे बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल नवादा रेफर किया गया था। लेकिन सदर अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया।