पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: किसान आंदोलन के समर्थन के मुद्दे पर बिहार के किसानों का रुख अलग है। दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के आसपास चल रहे किसान आंदोलन के प्रति बिहार के किसान ज्यादातर उदासीन हैं। इस वजह से किसान संगठनों के देशव्यापी चक्का जाम को बिहार में कोई खास समर्थन देखने को नहीं मिल रहा है। हालांकि महागठबंधन में शामिल राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, सीपीआइ एमएल और सीपीआइ जैसी पार्टियों ने चक्का जाम को समर्थन देने की बात कही है। इंटर की परीक्षा को देखते हुए महागठबंधन ने दोपहर एक बजे से अलग-अलग हिस्सों में एक से दो घंटे के लिए चक्का जाम करने की बात कही है।
किसान समन्वय समिति ने किया प्रदर्शन
अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति के समर्थन और केंद्र सरकार के कृषि कानून के खिलाफ आहूत चक्का जाम को लेकर शनिवार की दोपहर जन अधिकार पार्टी के नेता व कार्यकर्ता आरा में सड़क पर उतर गए। आरा शहर के चंदवा मोड़ के समीप आरा-बक्सर एनएच 84 को जाम कर दिया। सड़क जाम के दौरान आंदोलनकारी जाप नेता कृषि बिल को काला कानून बताते हुए रोषपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं। साथ ही कृषि कानून को वापस लेने की मांग कर रहे है। पार्टी के प्रदेश महासचिव ब्रजेश सिंह चक्का जाम आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं।
वही सड़क जाम व प्रदर्शन के चलते हाईवे पर वाहनों का परिचालन अवरूद्ध हो गया है। दोपहर 12 बजे ही पार्टी के कार्यकर्ता व नेता बैनर व झंडा लिए सड़क पर उतरकर विरोध- प्रदर्शन कर रहे हैं। नेताओं के अनुसार इंटर परीक्षा को देखते हुए एक घंटे का चक्का जाम निर्धारित किया गया है।