पटना| व्हीएसआरएस न्यूज: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के तत्वावधान में शुक्रवार से इंटर की कॉपियों की जांच शुरू हो जाएगी। इसके लिए परीक्षा समिति की ओर से तैयारी पूरी कर ली गई है। राज्य में 130 केंद्रों पर इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन किया जाएगा। राजधानी में इंटर की कॉपियों के मूल्यांकन के लिए आठ केंद्र बने हैं। मूल्यांकन कार्य आगामी 15 मार्च तक चलेगा।
13.50 लाख परीक्षार्थी हुए थे इंटर परीक्षा में शामिल
इसको लेकर परीक्षा समिति ने सभी मूल्यांकन प्रभारियों को निर्देश दिया है कि सभी केंद्रों पर कदाचारमुक्त स्थिति में कॉपियों का मूल्यांकन किया जाएगा। 13.50 लाख परीक्षार्थी इंटर की परीक्षा में शामिल हैं। बिहार बोर्ड समय से इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन कराना चाहता है, ताकि छात्रों का रिजल्ट समय पर दिया जा सके। कोरोना संकट के बावजूद परीक्षा समिति द्वारा समय से इंटर व मैट्रिक की परीक्षा आयोजित की गई।
रिकॉर्ड समय में रिजल्ट जारी करने की तैयारी में बोर्ड
बिहार बोर्ड इस बार इंटर और मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट रिकॉर्ड समय में जारी करने की तैयारी में जुटा है। गौरतलब है कि देश के ज्यादातर परीक्षा बोर्ड अभी दसवीं और बारहवीं की परीक्षा भी नहीं ले पाए हैं। जबकि बिहार बोर्ड ने फरवरी महीने के पहले पखवारे में ही दोनों परीक्षाएं संपन्न करा लीं। अब बोर्ड की कोशिश है कि अप्रैल-मई तक दोनों परीक्षाओं के परिणाम जारी कर दिए जाएं। बिहार बोर्ड की परीक्षाओं के जब रिजल्ट आएंगे, तब तक देश के दूसरे शिक्षा बोर्ड परीक्षा आयोजित करने की तैयारी में जुटे होंगे।
कई बदलावाें के जरिये बिहार बोर्ड ने सुधारा सिस्टम
बताते चले कि बिहार बोर्ड ने कदाचारमुक्त परीक्षा और समय पर रिजल्ट देने के लिए कई बदलाव किए हैं। इसका फायदा भी देखने को मिलने लगा है। प्रश्न पत्र में वस्तुनिष्ठ प्रश्नों की संख्या बढ़ाए जाने और ओएमआर शीट का इस्तेमाल किए जाने से रिजल्ट जल्दी तो आने ही लगा है, छात्रों के रिजल्ट में भी सुधार देखने को मिल रहा है।