Pune News पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय के छात्रों ने छात्रावास में रहने की मांग को लेकर सोमवार की रात मुख्य द्वार पर धरना दिया। विवि प्रशासन द्वारा बायोमीट्रिक हाजिरी शुरू करने के बाद छात्रों ने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है।
मैगल को विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रावास की सुविधा उपलब्ध कराने का वादा किया था। छात्रावास कार्यालय सभी दस्तावेज पूरे करने के बाद भी अतिथि व्यवस्था लागू नहीं करता है। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से पूछा है कि इस वर्ष विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने के बावजूद छात्रों को छात्रावास क्यों नहीं मिल रहा है। मुख्य प्रवेश द्वार बंद होने के कारण पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शनकारी छात्रों से बातचीत की और उनसे सड़क खाली करने का अनुरोध किया, लेकिन छात्र अपनी मांग पर अड़े रहे। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की विश्वविद्यालय शाखा के उपाध्यक्ष महेश रहने का कहना है, ”पिछले छह महीने से विश्वविद्यालय नियमित रूप से चल रहा है।
चूंकि छात्र ग्रामीण क्षेत्रों से वंचित, गरीब परिवारों से आते हैं, उनके लिए पुणे जैसे महानगर में पढ़ना असंभव है। इसलिए विश्वविद्यालय को अधिक से अधिक बच्चों को शैक्षणिक सुविधाओं से वंचित नहीं करना चाहिए।” छात्रों की मांग है कि छात्रावास और छात्रावास संख्या छह में गेस्ट सिस्टम शुरू कर सभी छात्रों को तत्काल समायोजित किया जाए। हालांकि, कोई जवाब नहीं मिला।
ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले गोर गरीब छात्रों को छात्रावास नहीं मिल पाता है। परीक्षा अवधि के दौरान बायोमेट्रिक उपस्थिति शुरू की गई है। ऐसे में जिन छात्रों को छात्रावास नहीं मिला है वे अब कहां जाएं। यह बड़ा सवाल हमारे सामने खड़ा है। हालांकि हमारी मांग है कि सभी छात्रों को हॉस्टल मिलना चाहिए।