Pune पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस को कोरोना हो गया है। इस बात की जानकारी उन्होंने ट्विटर पर दी है। वे फिलहाल होम आइसोलेशन में हैं। इस बीच देवेंद्र फडणवीस ने उनके संपर्क में आने वालों से तत्काल जांच कराने की अपील की है। फडणवीस ने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि सभी को अपना ख्याल रखना चाहिए।
देवेंद्र फडणवीस पांच दिन पहले पिंपरी चिंचवड के चिखली परिसर में आयोजित बैलगाडी स्पर्धा के पुरस्कार वितरण समारोह में शामिल हुए थे। करीबन चार घंटे खचाखच भरे मंच और मैदान में बिताए। मंच पर कई कार्यकर्ता,स्थानीय नेता उनसे मिलने आए थे। उनके कान,मुंह के पास जाकर निवेदन देना,सत्कार करना,नमस्कार करने का दौर देखने को मिला। भोसरी से भाजपा विधायक महेश लांडगे,पूर्व महापौर राहुल जाधव,नितिन कालजे फडणवीस के बेहद करीब से संपर्क में आते देखे गए। फडणवीस ने अपील की है कि जो भी लोग पिछले 7 दिनों से उनके संपर्क में आए थे वो अपना कोरोना टेस्ट करवा लें।
विपक्ष के नेता देवेंद्र फडनीस कल लातूर के दौरे पर थे। लातूर के बाद वह सोलापुर जा रहे थे। हालांकि बुखार के कारण वह दौरे को बीच में ही छोड़कर मुंबई के लिए रवाना हो गए। फडणवीस की सोलापुर यात्रा को आगामी राज्यसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में महत्वपूर्ण माना गया था। दौरे के दौरान फडणवीस ने दो निर्दलीय विधायकों से मुलाकात की और उन्हें मनाने की कोशिश की। हालांकि शनिवार को फडणवीस का दौरा रद्द कर दिया गया। आज उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है और उन्हें आइसोलेट किया गया है। गौरतलब है कि देवेंद्र फडणवीस को दूसरी बार कोरोना हुआ है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस 2020 में बिहार विधानसभा चुनाव के समय भी कोरोना वायरस से संक्रमण की चपेट में आ गए थे। तब देवेंद्र फडणवीस बिहार चुनाव के दौरान बीजेपी के प्रभारी भी थे। कोरोना होने के बाद देवेंद्र फडणवीस होम आइसोलेशन में चले गए थे।
देश में कोरोना ने फिर सिर उठाना शुरू कर दिया है। पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 3,962 नए मामले दर्ज किए गए। इससे पहले शुक्रवार को 4,041 मरीज दर्ज किए गए थे। महत्वपूर्ण बात यह है कि देश में रोजाना कोरोनरी हृदय रोग के आधे से ज्यादा मरीज केरल से हैं। केरल के अलावा,महाराष्ट्र,तमिलनाडु,तेलंगाना और कर्नाटक में भी दैनिक कोरोनरी हृदय रोग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। इस पृष्ठभूमि में केंद्र सरकार ने राज्यों को पत्र लिखकर उचित कदम उठाने को कहा था।