National मुंबई(व्हीएसआरएस न्यूज) पिछले चार दिनों से महाराष्ट्र भर में हो रही भारी बारिश के चलते कई जगह भूस्खलन,इमारतों के गिरने,बादल फटने से कई लोगों की जानें जा चुकी है। आज रायगढ में भूस्खलन होने से 32 लोगों की मौत होने की खबर है जबकि मुंबई में एक इमारत गिरने से 5 लोग दबकर मरे। जबकि 70 से ज्यादा लोगों के लापता की खबर है। चारों तरफ हाहाकार मचा है। पहाडी इलाकों में लोगों को जाने से अलर्ट किया गया है। महाराष्ट्र के सैकडों गांव का जनसंपर्क टूट गया है।
रायगढ़ के तलई गांव में 35 से ज्यादा घरों पर चट्टान का मलबा गिरा है। अभी भी 30 से ज्यादा लोग फंसे हुए हैं। माना जा रहा है कि मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है। कोल्हापुर,रायगढ,रत्नागिरी,पालघर,ठाणे,कल्याण,उल्हासनगर,बदलापुर,नागपुर के इलाकों में भारी बाढ से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया है। मुंबई के गोवंडी में एक इमारत गिरी और 4 लोगों की जान चली गई। सायन हॉस्पिटल में 6 जख्मी लोगों को भर्ती कराया गया है।
जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने बताया कि कलई गांव में लैंडस्लाइड हुई है। लोगों को रेस्क्यू करने के लिए पानी में डूबी सड़कों पर नाव चलाई जा रही हैं। बरसाती नदियों का पानी शहरों,कस्बों और गांवों में घुस गया है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन के लिए कोंकण,मुंबई और इसके आसपास के जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। ठाणे और पालघर में भारी बारिश के कारण लो लाइन इलाके 24 घंटे से पानी में डूबे हैं। कोंकण डिवीजन में अभी तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 8 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 700 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है।
रायगढ़ में 4 जगह भूस्खलन होने से कई लोग फंस गए हैं,25 लोगों को निकाला गया है और 20 अभी भी फंसे हुए हैं। तलाई गांव को कनेक्ट करने वाली सड़क पानी में बह गई है,इस कारण गांव के अंदर लोग फंसे हुए हैं। कोल्हापुर के चिखली में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं।
रत्नागिरी जिले में जगबुडी नदी खतरे के निशान से 2 मीटर और वशिष्ठ नदी खतरे के निशान से करीब एक मीटर ऊपर बह रही है। कजली,कोडावली,शास्त्री और बावंडी नदियों ने भी खतरे के निशान को पार कर लिया है। कुंडलिका, अंबा, सावित्री,पातालगंगा, ढ़ी और उल्हास नदियां भी चेतावनी के स्तर पर बह रही हैं।
कोंकण रेल सेवा पर असर पड़ा
बारिश की वजह से कोंकण रेल रूट पर कई जगह लैंडस्लाइड हुई है। रत्नागिरी जिले में बारिश के कारण रेल सर्विस बंद हो गई थी। इससे अलग-अलग जगहों पर करीब 6 हजार यात्री फंसे हुए हैं। इन्हें निकालने के लिए छऊठऋ की टीमों को लगाया गया है।
इन इलाकों में सबसे अधिक बारिश
पिछले 24 घंटों के दौरान महाराष्ट्र के चिपलून, कोल्हापुर, सतारा, अकोला, यवतमाल, हिंगोली जिलों में भारी बारिश हुई है। चिखली इलाके में भारी बारिश की वजह से लोगों के घरों में पानी भर गया है। यहां भी छऊठऋ की टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं। रस्सियों और नाव के जरिए लोगों को घरों से सुरक्षित बाहर निकाला जा रहा है। ठाणे, पालघर में आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
24 घंटे से पानी में डूबा है चिपलून
चिपलून कस्बा पूरी तरह से जलमग्न है। नगर निगम, तट रक्षक और राजस्व के बचाव दल निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को बाहर निकालने के लिए नावों का इस्तेमाल कर रहे हैं। लांजा,राजापुर,संगमेश्वर कस्बे और आस-पास के इलाके भी बारिश से प्रभावित हुए हैं।