पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) राज्य के विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार (31 मई) को राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की थी। फडणवीस मुंबई में सिल्वर ओक के आवास पर गए थे। इस मुलाकात के बाद सियासी गलियारों में काफी चर्चा रही। हालांकि इस मुलाकात के बारे में बताते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने पुणे में प्रेस कांफ्रेंस में फडणवीस शरद पवार से मुलाकात क्यों की इसकी जानकारी दी। पाटिल भाजपा के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे की पुण्यतिथि के अवसर पर पुणे में एक समारोह में मौजूद थे। उसके बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए मुंडे के काम के साथ-साथ मौजूदा राजनीतिक हालात पर भी कमेंट किया।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाटिल से पूछा गया कि देवेंद्र फडणवीस की बैठक से बीजेपी का संघर्ष खत्म हो जाएगा। इसका जवाब देते हुए बीजेपी का संघर्ष कभी खत्म नहीं होगा। कई कारणों से बैठकें शुरू होती हैं। पाटिल ने कहा कि शरद पवार बीमार हैं, फडणवीस इस बारे में पूछताछ करने गए थे। खडसे-देेवेंद्र की मुलाकात का जिक्र किया। दुश्मन होने पर भी जाना हमारी संस्कृति है। संघर्ष कोई नई बात नहीं है। संवाद न हो तो दिक्कत होती है।
मुंडे पार्टी को दफ्तर से लेकर सड़कों तक लाए
3 जून 2014 को गोपीनाथ मुंडे की मृत्यु हो गई। आज उस घटना को सात साल पूरे हो रहे हैं। इसी क्रम में आज दोपहर डाक विभाग उनके ऊपर एक विशेष डाक लिफाफा प्रकाशित कर रहा है। गोपीनाथ मुंडे का लक्ष्य निरंतर संघर्ष था। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को कार्यालय से लेकर सड़कों पर उतारा। गोपीनाथ ने हर पहलू के साथ न्याय किया,ऐसे शब्दों में पाटिल ने मुडें के बारे में अपनी भावनाओं को व्यक्त किया।
मराठा आरक्षण पर सवाल
पाटिल से भाजपा नेता गोपीचंद पडलकर द्वारा मराठा आरक्षण और ओबीसी आरक्षण को लेकर शरद पवार की आलोचना पर भी सवाल उठाए गए। शरद पवार सभी के गॉडफादर हैं। ऐसा कहने के बाद वे दोषी हैं। मैं चर्चा के लिए तैयार हूं। मैंने परिणाम पढ़ा। इसमें गलतियां हैं, कदम दर कदम। कोई अध्यादेश कानून नहीं बनाया गया है, पाटिल ने मराठा आरक्षण पर टिप्पणी करते हुए कहा।