पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) अब यह स्पष्ट हो गया है कि स्वरगेट-कात्रज विस्तारित भूमिगत मेट्रो लाइन का वित्तीय बोझ पुणे मनपा पर पड़ेगा। केंद्र सरकार ने परियोजना के लिए फंडिंग में कटौती करने का फैसला किया है,जो 20 फीसदी के बजाय 10 फीसदी होगा। इसलिए पुणे मनपा को अतिरिक्त 533 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे। पालिका ने संशोधित वित्तीय योजना तैयार कर ली है और मंगलवार को स्थायी समिति ने इसे मंजूरी भी दे दी। स्वारगेट-कात्रज विस्तारित मेट्रो को पालिका ने मार्च में मंजूरी दी थी।
पुणे पालिका पर अतिरिक्त बोझ
स्वर्गेट-कात्रज मेट्रो लाइन का काम महाराष्ट्र मेट्रो रेलवे कॉरपोरेशन अपने हाथ में लेगा। इसके लिए पालिका का हिस्सा 233 करोड़ 75 लाख रुपये है जिसमें जमीन की कीमत और पुनर्वास लागत शामिल है। इस विस्तारित मार्ग का प्रस्ताव राज्य सरकार द्वारा अनुमोदन के लिए केंद्र को भेजा था। मेट्रो परियोजना के लिए प्रदान की गई धनराशि का हिस्सा 20 प्रतिशत से काटकर 10 प्रतिशत कर दिया गया है केंद्र की तरह राज्य सरकार ने भी 10 फीसदी फंडिंग देने का फैसला किया है। अत: यह सुझाव दिया गया कि केन्द्र एवं राज्य सरकारों द्वारा कम की गई धनराशि का वित्तीय भार पालिक द्वारा वहन किया जाए। हालांकि परियोजना के लिए धन कहां से जुटाया जाए,इस सवाल से मार्ग का विस्तार करने में कठिनाई होने की संभावना थी। कुछ दिन पहले उपमुख्यमंत्री अजीत पवार की अध्यक्षता में एक बैठक हुई थी। जिसमें एक संशोधित आर्थिक योजना बनाने के निर्णय पर सहमति बनी।
केवल 10% रकम केंद्र देगी
कुल परियोजना लागत का दस प्रतिशत केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाएगा। राज्य सरकार और पालिका द्वारा प्रत्येक को पंद्रह प्रतिशत प्रदान किया जाएगा। शेष 60 प्रतिशत धनराशि ऋण के माध्यम से उपलब्ध करायी जाएगी। पूरी परियोजना पर 4,020 करोड़ रुपये खर्च होने की उम्मीद है। नई वित्तीय योजना के मुताबिक पुणे पालिका को अब 733 करोड़ रुपये खर्च करने होंगे मंगलवार को स्थायी समिति की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इसलिए इसे मुख्य बैठक के एजेंडे में रखा गया है। आम सभा की मंजूरी के बाद इसे राज्य सरकार और केंद्र को मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
मेट्रो मार्ग में विस्तार
वास्तविक काम राज्य और केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद ही शुरू होगा। नगरसेवकों और जनप्रतिनिधियों ने मेट्रो परियोजना के पहले चरण के तहत पिंपरी-चिंचवड़ से स्वारगेट मेट्रो लाइन को कात्रज तक बढ़ाने की मांग की थी। तदनुसार पालिका ने महाराष्ट्र मेट्रो रेलवे कॉर्पोरेशन (महामेट्रो) को इस विस्तारित मार्ग के लिए एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने का निर्देश दिया था। इसके लिए पालिका के बजट में 60 लाख रुपये का प्रावधान थ। दो मार्ग,एलिवेटेड और अंडरग्राउंड,महामेट्रो द्वारा रिपोर्ट किए गए और वित्तीय रूप से योजनाबद्ध थे। कात्रज-स्वारगेट मेट्रो का निर्माण करने का निर्णय लिया गया क्योंकि यह आशंका थी कि ऊंचा मार्ग अव्यवहारिक होगा। इस मार्ग में तीन स्टेशन प्रस्तावित हैं,क्रमश: मार्केट यार्ड (गुलटेकडी),साईबाबानगर और कात्रज।
कॉरिडोर विस्तार योजना
कात्रज-स्वारगेट एक्सटेंशन लाइन के साथ-साथ सिंहगढ़ रोड से पुणे छावनी,शिवाजीनगर से हडपसर,रामवाड़ी से वाघोली,वनज से चांदनी चौक,वारजे से स्वारगेट तक का विस्तार किया जाएगा। शहर के बढ़ते आकार को देखते हुए शहर के चारों तरफ 50 किमी लंबी मेट्रो लाइनों का विस्तार करने की योजना है।