पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) पिंपरी चिंचवड शहर पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को पकडा है जो मोरवाडी,पुणे कोर्ट में फर्जी दस्तावेज के आधार पर गंभीर अपराध के अपराधियों को जमानत देने का काम किया करता था। इसके बदले में एक निर्धारित मोटी रकम लेते थे। बाद में रिहा अपराधी और जमानत दार लापता हो जाते थे। पिंपरी पुलिस ने मोरवाडी कोर्ट परिसर में सक्रिय ऐसे 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। आज तक कितने लोगों को फर्जी दस्तावेज के आधार पर जमानत दी गई और कौन कौन से वकीलों के वकीलनामा पत्र से जमानत दिलाई गई। इस बारे में पुलिस रिकॉर्ड खंगालने के लिए विधी मंत्रालय को पत्राचार करेगी और अदालतों में रिकॉर्ड जांच करने के लिए अनुमति मांगेगी। जिन वकीलों के इस फर्जीवाडा में नाम उजागर होंगे उनके विरुद्ध अपराध दर्ज किया जाएगा,उनको आरोपी बनाया जाएगा। साथ ही जमानत से रिहा अपराधियों की जमानत रद्द करने के लिए माननीय कोर्ट से अपील की जाएगी। पुलिस आयुक्त कृष्ण प्रकाश ने पत्रकार परिषद में ऐसी जानकारी दी।
चोरी,डकैती,सेंधमारी,पॉक्सो जैसे गंभीर अपराधों में गिरफ्तार आरोपियों को जमानत देने के लिए फर्जी आधार कार्ड,राशन कार्ड,सातबारा जैसे सरकारी दस्तावेज के आधार पर जमानत देने के लिए पिंपरी क्षेत्र में एक गिरोह सक्रिय था। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर गिरोह ने कोर्ट को गुमराह किया। पिंपरी पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। पहले मामले में सुनील मारुति गायकवाड़ (उम्र 52, चावड़ी चौक,आलंदी),नंदा एकनाथ थोरात (उम्र 43,निवासी इंद्रायणी नगर,आलंदी) और पूर्णिमा प्रशांत कटे (उम्र 30,निवासी इंद्रायणी नगर,आलंदी) को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस कांस्टेबल रोहित सुधाकर पिंजरकर ने पिंपरी थाने में शिकायत दर्ज कराई है। दूसरे मामले में सलमान ताजुद्दीन मुजावर (24), समाधान प्रभाकर गायकवाड़ (23),श्रीधर मगन शिंदे (23,सभी कटे चाल दापोड़ी के) को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस कांस्टेबल उमेश वानखड़े ने पिंपरी थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस के अनुसार दोनों मामलों के आरोपी सेंधमारी,पॉक्सो जैसे गंभीर मामलों में गिरफ्तार आरोपियों को जमानत देने के लिए शिवाजीनगर कोर्ट पुणे व अन्य अदालतों में फर्जी दस्तावेज तैयार कर रहे थे। इनमें आधार कार्ड,राशन कार्ड,सातबारा के टेप जैसे सरकारी दस्तावेज जमानत के लिए तैयार किए जा रहे थे। प्रतिवादी जो जमानत पर रिहा होने के बाद फिर से अदालती कार्यवाही के लिए उपस्थित नहीं होंगे,उन्हें जाली दस्तावेजों के आधार पर प्रसिद्ध वकीलों के नाम के साथ अदालत में जमानत के रूप में पेश किया गया था।आरोपियों को कोर्ट से जमानत पर रिहा कर दिया गया। विभिन्न मामलों में गिरफ्तार आरोपियों को जमानत देने के लिए आरोपी बार-बार फर्जी दस्तावेजों का सहारा लेकर कोर्ट को गुमराह कर रहे हैं। पिंपरी कोर्ट में पेश होने के लिए आरोपियों ने फर्जी नाम से फर्जी दस्तावेज रखे हैं। मामला मंगलवार (15 दिसंबर) दोपहर पिंपरी इलाके में सामने आया। पुलिस ने तब से छह लोगों को गिरफ्तार किया है और दो अलग-अलग मामले दर्ज किए हैं। पिंपरी पुलिस आगे की जांच कर रही है।