पुणे(व्हीएसआरएस न्यूज) पुणे की सरीम संस्थान अग्निकांड के बारे में कई अफवाहें सुनने को मिल रही है। प्रकाश आंबेडकर और भाजपा विधायक मुक्त तिलक ने आरोप लगाया कि आग लगी नहीं लगाई गई। जिसमें 5 मजदूरों ने अपनी जान गंवाई। इस प्रकरण की जांच के लिए सरकार की ओर से तीन एजेंसियों की नियुक्ति की गई है। जिसमें पुणे महानगरपालिका,पुणे विकास प्राधिकरण,महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम के अग्निशमन विभाग के प्रमुख इस संयुक्त जांच दल का हिस्सा होंगे।
पुणे पुलिस की उपायुक्त नम्रता पाटिल ने बताया कि मांजरी में स्थित सीरम कंपनी आगजनी प्रकरण में हडपसर थाने में दुर्घटना औ जलने से मौत होने का मामला दर्ज किया गया है। आग चौथी,पांचवीं मंजिल में लगी। आग लगने के कारणों पर जांच कर रहे है। जीवित हानि के साथ उपकरण क्षतिग्रस्त हुए,कंपनी का एक बडा हिस्सा जलकर खाक हुआ।
सीरम की ओर से कल ट्विट किया गया था कि कोई जीवित क्षति नहीं हुई। लेकिन जब पुणे के महापौर देर शाम कंपनी के अंदर प्रवेश किया और आगजनी घटना का जायजा लिया तो वहां 5 शव जली हालत में पडे मिले। बाहर आकर मीडिया को इसकी जानकारी दी। आखिर सीरम इतनी बडी बात को छूपाने का काम क्यों कर रहा था।