पिंपरी(व्हीएसआरएस न्यूज) आखिरकार बहुचर्चित,बहुप्रतिक्षित छठमहापूजा पर पिंपरी चिंचवड मनपा प्रशासन और पुलिस प्रशास ने कोरोना के कहर को ध्यान में रखते हुए शहर के सभी नदी घाटों,सार्वजनिक स्थलों पर लोक आस्था के महापर्व छठपूजा मनाने की अनुमति नहीं दी है। घरों में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ छठमहापूजा मनाने की अपील पालिका प्रशासन की ओर से की गई है। दोनों प्रशासन की सुुंयुक्त बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में पालिका आयुक्त श्रावण हर्डीकर,अतिरिक्त आयुक्त अजित पवार,सहायक आयुक्त अण्णा बोदडे,विश्व श्रीराम सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालबाबू गुप्ता उपस्थित थे। साथ ही राज्य के गृहमंत्री अनिल ने छठव्रतियों को छठपूजा घरों में मनाने की अपील की है। उद्योगनगरी के किसी भी नदी घाट पर छठपूजा मनाने अथवा कार्यक्रम आयोजित करने पर पूर्ण रुप से रोक लगा दी गई है। दोनों प्रशासन की ओर से छठव्रति भक्तों से अपील की है कि निर्णय और शासन प्रशासन के गाइडलाइन का पालन करें। निजी स्थलों पर छठपूजा पर्व मनाना हेतू पालिका प्रशासन शर्तों के साथ अनुमति देगी। अनुमति के लिए पालिका प्रशासन से संपर्क करने की अपील की गई है।
कई सालों की आस्था,विश्वास धार्मिक अधिकारों की परंपरा तार तार हुई। उद्योगनगरी के लाखों छठव्रति भक्तों में घोर निराशा,मायूसी छा गई है। क्योंकि यह पर्व प्राकृतिक की गोद में नदियों के किनारे मनाया जाता है। घरों में इसकी पूजा नहीं होती। सूर्यदेवता को नदी के जल से अर्ध्य देकर पूजा करने की परंपरा है। आपको बताते चलें कि लोकआस्था के महापर्व छठ पूजा आज 18 नवंबर से नहाय-खाय के साथ शुरु हो चुका है।
शहर के मोशी घाट,पिंपरी झुलेलाल घाट,चिंचवड बिरला घाट,मोरया गोसावी घाट,थेरगांव बोट क्लब घाट,पिंपरी गांव घाट,रहाटणी घाट,देहूरोड,दिघी,गणेश तालाव समेत 17 नदी घाटों पर छठपूजा हर साल मनाया जाता रहा है। पालिका प्रशासन चाहती तो लाखों छठव्रति महिलाओं की भावनाओं का आदर करते हुए सारे सांस्कृतिक कार्यक्रम रद्द करने व सोशल डिस्डेंसिंग की शर्त पर अनुमति दे सकती थी। मगर प्रशासन छठमहापूर्व आरंभ होने के दिन शाम तक गाइडलाइन जारी करके धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड करने का काम किया।